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Dhanbad: निरसा में अवैध खनन से धंसी जमीन, पांच घरों में पड़ीं दरारें; चार मजदूर घायल; लोगों ने भागकर बचाई जान

Dhanbad स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि शनिवार की दोपहर करीब दो बजे अचानक तेज आवाज के साथ जमीन धंस गई। देखते ही देखते घरों में दरारे पड़ गई। बताया जा रहा है कि जमीन धंसने से लगभग 50 लाख का नुकसान हुआ है।

By Sanjaynirsa Kumar SinghEdited By: Roma RaginiUpdated: Sun, 30 Apr 2023 03:33 PM (IST)
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निरसा में अवैध खनन से धंसी जमीन
निरसा, संवाद सूत्र। निरसा थाना क्षेत्र के चापापुर कोलियरी की बंद नौ नंबर व बैजना कोलियरी की बंद 14 नंबर खदान के समीप शनिवार की दोपहर अवैध कोयला खनन के दौरान लगभग 300 मीटर के दायरे में जमीन धंस गई। इसकी चपेट में देवियाना बाउरी टोला के पांच घर आ गए।

जमीन धंसने के कारण वहां अवैध खनन कर रहे चार लोग जख्मी हो गए। लोगों ने घर से बाहर निकलकर जान बचाई। इस घटना के बाद ग्रामीणों में भय और आक्रोश व्याप्त है। इधर, ईसीएल प्रबंधन ने ऐसी घटना होने की जानकारी से इनकार किया है।

स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि शनिवार की दोपहर करीब दो बजे अचानक तेज आवाज के साथ जमीन धंस गई। देखते ही देखते जमीन में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई। देवियाना बाउरी टोला निवासी दिलीप बाउरी के घर की चहारदीवारी गिर गई। वहीं जोरदार आवाज से कोका बाउरी के घर का एस्बेस्टस शीट टूट गया।

वहीं, घर की दीवार में दरारें पड़ गई। आंगन में बना तुलसी का चबूतरा पांच से 10 इंच नीचे चला गया। इसके अलावा विनोद बाउरी, काबुल बाउरी व माला बाउरी के आवास में दरारें पड़ गई। आसपास की जमीन दो से तीन फीट नीचे समा गई है।

(दीवार में पड़ी दरारें)

इसके अलावा भू-धंसान से खदान में कोयले का अवैध खनन कर रहे चार मजदूर घायल हो गए। उनके शरीर पर पत्थर गिर गया। उनका गुपचुप तरीके से इलाज कराया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि यह घटना दिन में हुई। यदि रात में होती तो जानमाल का काफी नुकसान हो सकता था।

24 घंटे अहम, अभी भी धंस रही जमीन

ग्रामीणों ने बताया कि यह तो संयोग है कि बरसात का समय नहीं है वरना इन लोगों के घर जमींदोज हो जाते। अभी भी धीरे-धीरे जमीन धंस रही है। खदान के अंदर जो भी खाली स्थान है, उसे भरने में कम से कम 24 घंटे का समय लगेगा। इसके बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी कि अब और घर गिरेगा या नहीं। भू-धंसान की जद में आने के कारण पांच परिवारों के घर में पड़ी बड़ी-बड़ी दरारों से लगभग 50 लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।

ग्रामीण बोले-अवैध खनन रोकने में विफल हो रहा इसीएल प्रबंधन व प्रशासन 

स्थानीय ग्रामीणों ने कहना है कि जिस रफ्तार से यहां अवैध खदान का संचालन हो रहा है। यदि उस पर अंकुश नहीं लगाया तो वह दिन दूर नहीं जब देवियाना गांव का बाउरी टोला कभी भी जमींदोज हो सकता है।

तीन अप्रैल को भी भू-धंसान से चापापुर कोलियरी के मैगजीन घर की सुरक्षा के लिए बनाए गए गार्ड रूम लगभग तीन फीट नीचे धंस गया था। साथ ही चापापुर कोलियरी से देवियाना जाने वाला रास्ते में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई थी। इसके बाद भी ईसीएल प्रबंधन व प्रशासन अवैध खनन को रोकने की दिशा में कोई पहल नहीं कर रहा है।

(भूधंसाव से चारदीवारी टूटी)

निरसा थाना प्रभारी सह इंसपेक्टर दिलीप कुमार यादव ने कहा कि भू-धंसान होने की जानकारी हुई है। अवैध उत्खनन स्थलों की ईसीएल द्वारा भराई करवाई गई थी। मामले की जांच कर अवैध खनन में शामिल लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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