Move to Jagran APP

NEET UG Result 2023: नीट में झारखंड की सेकेंड टॉपर आस्‍था ने बताई कैसे की थी पढ़ाई, कहा- करते रहें मेहनत

NEET UG Result 2023 नीट में पहले ही प्रयास में राज्य की सेकेंड टाॅपर बनीं आस्था अग्रवाल ने अपनी सफलता की कहानी बताई है। आस्‍था के माता-पिता दोनों ही डॉक्‍टर हैं इसलिए उन्‍होंने खुद भी मेडिकल फील्‍ड चुना।

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Wed, 14 Jun 2023 05:22 PM (IST)
Hero Image
नीट में राज्य की सेकेंड टापर आस्था अग्रवाल।
जागरण संवाददाता, धनबाद। NEET UG Result 2023: पहले ही प्रयास में नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेस टेस्ट (नीट) उत्तीर्ण करना हर किसी का सपना होता है। मेरा भी था, वो पूरा भी हुआ। बस पांच नंबर कम आए। प्रोविजनल आंसर की-में 700 अंक मिल रहे थे, हालांकि रिजल्ट में 695 अंक मिला। यह भी काफी है। देश के टाप-5 मेडिकल कालेज में एडमिशन मिल जाएगा।

आस्‍था ने पहले ही प्रयास में हासिल की सफलता

यह कहना है नीट में राज्य की सेकेंड टाॅपर आस्था अग्रवाल का। आस्था के परिवार में सभी डाक्टर हैं इसलिए घर में शुरू से ही इसका माहौल बना रहा है। यही कारण है कि आस्था ने अपने पहले प्रयास में ही यह सफलता हासिल की।

बरटांड़ की रहने वाली आस्था के पिता डा. सुनील कुमार और मां नीलम अग्रवाल एसएनएमएमसीएच में चिकित्सक हैं। चाचा भी चिकित्सक हैं। आस्‍था ने दसवीं की पढ़ाई कार्मेल स्कूल धनबाद से 97 प्रतिशत और 12वीं 97 प्रतिशत से उत्तीर्ण कर रखा है।

घर में कई हैं डॉक्‍टर इसलिए मेडिकल फील्‍ड चुना: आस्‍था

आस्था बताती हैं कि मेडिकल क्षेत्र चुनने का कारण उनके घर का महौल रहा है। उनके स्वजन से लेकर रिश्तेदारों में कई डाक्टर हैं। इन्हीं सबसे प्रेरणा मिली। आस्था के लिए सफलता का मंत्र लगातार पढ़ाई करते रहना है।

मेहनत कर रहे हैं, तो करते रहिए, इसमें गैप करने की गुंजाइश न रखें। यह नहीं कि आज पढ़ा और कल छोड़ दिया। आज का काम कल पर न छोड़ें। आस्‍था कोचिंग के अलावा आठ से दस घंटे की सेल्फ स्टडी करती थी।

कभी नींद तोड़कर नहीं की पढ़ाई: आस्‍था

रात में पढ़ते समय जब भी नींद आती तो सो जाती। ऐसा नहीं कि जबरदस्ती नींद तोड़कर पढ़ाई की। कई बार तो मां को आकर कहना पढ़ता कि अब सो जा, कितनी देर तक पढ़ेगी। पढ़ाई के अलावा म्यूजिक सुनना बहुत पसंद है। हर तरह का संगीत पसंद है। किसी भी इंटरनेट मीडिया पर एक भी अकाउंट नहीं है।

परीक्षा के समय आत्‍मविश्‍वास बनाए रखना जरूरी: आस्‍था

टेलीग्राम का प्रयोग सिर्फ स्टडी मैटेरियल्स के लिए करती थी। आस्था का मानना है कि इंटरनेट मीडिया की लत एक बार लग गई तो छूटना मुश्किल है इसलिए इससे जितना हो सके दूर रहें। अपने जूनियर को आस्था संदेश देती हैं कि टेस्ट सीरीज हमेशा देते रहें, खुद पर भराेसा रखें, परीक्षा के समय आत्मविश्वास बनाए रखें।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।