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Jharkhand News: बदहाल सिस्टम! सरकारी एंबुलेंस में नवजात ने तोड़ा दम, ऑक्सीजन खत्म होते ही मरीज छोड़ फरार हुआ चालक

झारखंड में सरकार एंबुलेंस में ऑक्सीजन के अभाव में एक नवजात की मौत हो गई। दरअसल उसे बेहतर इलाज के लिए एसएनएमएमसीएच से रिम्स ले जाया जा रहा था। इतना ही नहीं जब ऑक्सीजन खत्म हुआ और मासूम की हालत बिगड़ने लगी तो ड्राइवर उसे एक अस्पताल के पास छोड़ा और गाड़ी लेकर फरार हो गया। फिलहाल मामले की जांच जारी है।

By Mohan Kumar GopeEdited By: Shashank ShekharUpdated: Sun, 17 Dec 2023 02:02 PM (IST)
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बदहाल सिस्टम! सरकारी एंबुलेंस में नवजात ने तोड़ा दम, ऑक्सीजन खत्म होते ही मरीज छोड़ फरार हुआ चालक

जागरण टीम, पुटकी/धनबाद। स्वास्थ विभाग की एंबुलेंस में ऑक्सीजन खत्म होने से शनिवार को एक नवजात की मौत हो गई। उसे एसएनएमएमसीएच से रिम्स ले जाया जा रहा था। चालक ने बच्चे की मौत के बाद केंदुआडीह स्वास्थ्य केंद्र के पास स्वजन को शव के साथ उतार दिया और गाड़ी लेकर भाग निकला।

सिविल सर्जन डॉ. चंद्रभानु प्रतापन ने जांच का आदेश दिया है। एंबुलेंस के मैनेजर से पूछताछ की जा रही है। परिजन ने डायल-108 एंबुलेंस सेवा के चालक व कर्मी पर कार्रवाई की मांग की है।

क्या है मामला

छाताबाद चार नंबर कतरास निवासी बसंत कुमार शर्मा की मानें तो उनकी पत्नी सुमित्रा देवी को प्रसव के लिए गुरुवार को सदर अस्पताल धनबाद में भर्ती कराया गया। शाम करीब साढ़े छह बजे सुमित्रा ने पुत्र को जन्म दिया। कुछ घंटे बाद से ही नवजात को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। इसलिए बेहतर इलाज के लिए चिकित्सकों ने एसएनएमएमसीएच ले जाने को कहा।

स्वजन ने शुक्रवार को यहां बच्चे को भर्ती कराया। शनिवार को चिकित्सकों ने रिम्स रांची रेफर कर दिया। सुबह करीब दस बजे 108 एंबुलेंस से नवजात को लेकर रांची के लिए निकले।

रास्ते में खत्म हुआ ऑक्सीजन

बसंत कुमार शर्मा ने बताया कि महुदा के पास बच्चे की हालत बिगड़ने लगी। उन्होंने एंबुलेंस में मौजूद कर्मी से कहा कि ऑक्सीजन खत्म हो गई है, कोई उपाय कीजिए। इस पर चालक व कर्मी उन पर बिफर गया और कहा कि ज्यादा जानते हो। उसके बाद बच्चे संग स्वजन को वाहन से वहीं उतर जाने के लिए कहा।

बसंत ने बताया कि जब मैंने 108 पर डायल कर उनकी शिकायत की तो चालक ने गाड़ी घुमाकर केंदुआडीह सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में लाकर छोड़ दिया और भाग गया। अस्पताल में महिला चिकित्सक ने जांच के बाद नवजात को मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही माता-पिता रोने लगे। एंबुलेंस में नवजात संग उसकी नानी और चाचा भी थे। सभी सरकार को कोसने लगे।

मामले की जांच के लिए कहा गया है। इस संबंध में 108 एंबुलेंस प्रबंधन से बात की गई है। जांच के बाद जिनकी गलती होगी, कार्रवाई की जाएगी।- डॉ. सीबी प्रतापन, सीएस, धनबाद।

16 सितंबर को हुई थी गर्भवती की मौत

इससे पहले 16 सितंबर को 20 वर्षीय गर्भवती महिला शांति देवी की मौत 108 एंबुलेंस में हो गई थी। उसे रांची ले जाया जा रहा था कि महुदा में गाड़ी खराब हो गई थी। दो घंटे तक उसकी मरम्मत नहीं हुई और महिला की जान चली गई। इसको लेकर काफी हंगामा हुआ तो विभाग ने जांच भी शुरू की थी, लेकिन मामला ठंडे बस्ते में चला गया। अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

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