धनबाद: 4 महीने से जिले में कोविड वैक्सीन नहीं, 10 लाख लोगों को अब तक नहीं लगा बूस्टर टीका
धनबाद में 10 फरवरी 2023 को वैक्सीन की आपूर्ति की गई थी। फरवरी तक वैक्सीन का स्टॉक चल पाया। इसके बाद लोग निजी अस्पताल जाने लगे थे। धनबाद में कुल 20 लाख लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था।
जागरण संवाददाता, धनबाद। धनबाद में कोरोनारोधी वैक्सीन पिछले 4 महीने से नहीं हैं। सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों के बाद अब निजी अस्पतालों में भी वैक्सीन खत्म हो गई है।
धनबाद में 11.52 लाख लोगों को बूस्टर टीका देने का देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। लेकिन इसमें से मात्र 1.31 लाख लोगों को ही बूस्टर डोज का टीका लगाया गया है।
10 लाख से ज्यादा लोगों को अभी तक बूस्टर का टीका नहीं लगा है। बूस्टर टीका लेने के लिए लोग हर दिन स्वास्थ्य विभाग के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन विभाग हाथ खड़े कर रहा है।
धनबाद में 10 फरवरी 2023 को वैक्सीन की आपूर्ति की गई थी। फरवरी तक वैक्सीन का स्टॉक चल पाया। इसके बाद लोग निजी अस्पताल जाने लगे थे।
धनबाद में कुल 20 लाख लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था। इसमें 17 लाख लोग पहला और 12 लाख लोग दूसरा टीका ले पाए हैं।
सदर अस्पताल समेत 120 टीकाकरण केंद्र फिलहाल बंद
कोरोना टीकाकरण के लिए धनबाद 120 वैक्सीनेशन सेंटर खोले गए थे। लेकिन धीरे-धीरे इसकी संख्या कम होती चली गई।
अब सदर अस्पताल के दो टीकाकरण केंद्र भी पूरी तरह से बंद हो गए। यहां पर अस्पताल प्रबंधन की ओर से नोटिस लगा दिया गया।
टीकाकरण केंद्र के कर्मचारियों को विभिन्न वार्ड और दूसरी जगह ड्यूटी पर लगाया गया है। वैक्सीन कब तक मिल पाएगी, इसकी भी अधिकारी स्पष्ट जानकारी नहीं दे रहे हैं।
स्कूलों में भी नहीं चला अभियान, दोबारा नहीं लगा कैंप
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले के प्रमुख स्कूलों में टीकाकरण अभियान चलाया गया। लेकिन स्कूलों में मात्र एक बार ही कोविड टीका लगाया गया।
इसके बाद वैक्सीन की आपूर्ति पर्याप्त रूप से नहीं हो पाई। स्थिति यह रही कि बच्चों को कार्बोवेक्स वैक्सीन का मात्र एक डोज ही लग पाया।
वहीं विभिन्न ग्रामीण इलाकों में भी कैंप लगाकर टीकाकरण करने की योजना थी। लेकिन यह भी सफल नहीं हो पाया है।
मुख्यालय की ओर से व्यक्ति की आपूर्ति फिलहाल नहीं हो रही है। वैक्सीन मिलते ही फिर से टीकाकरण केंद्र खोल दिए जाएंगे। - डॉक्टर आलोक विश्वकर्मा, सिविल सर्जन, धनबाद