चालाकी नहीं चलेगी...रेल टिकट बुकिंग के समय दो हजार के पांच नोट के साथ दीजिए आइडी का जेरोक्स
नोटबंदी के समय ऐसा हुआ था कि लोग महंगे टिकट बुक कराकर एक हजार के नोट खपा रहे थे। बाद में उन टिकटों को रद्द कराकर नगद पैसे ले रहे थे। इस बार भी रेलवे टिकट बुकिंग काउंटर पर कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। भारतीय रिजर्व बैंक की घोषणा के बाद दो हजार के नोट बदलने की प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो गई है। बैंक में दो हजार के नोट के बदले में दूसरे नोट ले सकते हैं या फिर अपने खाते में उसे जमा भी करा सकते हैं।
रेलवे में नहीं चलेगी गुलाबी नोट खपाने की तिकड़म बाजी
इस बीच गुलाबी नोटों को खपाने के नए-नए हथकंडे भी ढूंढ़े जा रहे हैं। रेलवे के आरक्षित टिकट काउंटर पर दो हजार के नोट का चलन बढ़ गया है। नोट खपाने वालों की चालाकी को रेलवे ने रेड सिग्नल दिखा दिया है।
अगर दो हजार के पांच नोट काउंटर पर दे रहे हैं, तो उसके साथ अपने आइडी का जेरोक्स भी देना होगा। धनबाद समेत रेल मंडल के सभी आरक्षण काउंटर को इससे जुड़ा निर्देश जारी कर दिया गया है। धनबाद रेलवे आरक्षण काउंटर पर नोटिस भी चिपका दिया गया है।
2 हजार के 5 नोट पर देना होगा आईडी कार्ड
उदाहरण के तौर पर अगर आप दिल्ली, मुंबई की यात्रा या वेल्लूर इलाज कराने जा रहे हैं और थर्ड, सेकेंड या फर्स्ट एसी का 10 हजार या उससे अधिक मूल्य का टिकट बुक करा रहे हैं, तो आरक्षण के आवेदन के साथ अपने पहचान पत्र का जेरोक्स भी काउंटर पर देना होगा। यानि ज्यादा मूल्य वाले टिकट बुक करा कर दो हजार के नोट खपाने का नुस्खा काम नहीं आएगा।
टिकट की बुकिंग और बाद में कैंसिल कर पैसा वापस पाने का नुस्खा
इससे पहले नोटबंदी के दौरान ऐसे कई मामले पाए जा रहे थे कि जब लोग महंगे टिकट बुक कराकर एक हजार के नोट खपा रहे थे। बाद में उन टिकटों को रद्द कराकर नगद पैसे ले रहे थे। इस बार भी दो हजार के नोट खपाने का तिकड़म ढूंढ़ रहे हैं।
रेलवे के आरक्षित काउंटर पर दो हजार के नोट लिए जाएंगे, पर पांच नोट देने वाले को पहचान पत्र का जेरोक्स जमा करना होगा। पांच से कम दो हजार के नोट पहले की तरह की लिए जाएंगे।