ससुराल की चौखट पर दो दिनों से धरने पर बैठी पिंकी, नहीं मिल रही एंट्री, लव मैरिज करने की मिल रही सजा
धनबाद के तोपचांची में अपने ससुराल की चौखट पर बीते दो दिनों से बैठी पिंकी को उसके ससुरालवाले घर में एंट्री नहीं दे रहे हैं और पति भी उनका फरार है। वह अपने दादा ससुर के श्राद्धकर्म में शामिल होने के लिए आई है। फिलहाल वह तोपचांची थाने पहुंची हुई है और वहां थाना प्रभारी से अपनी समस्या कह रही है। उनकी अपने पति अरविंद से लव मैरिज हुई थी।
By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Wed, 11 Oct 2023 11:24 AM (IST)
संसू, तोपचांची। तोपचांची थाना क्षेत्र के सिंहदहा गांव में ससुराल के दरवाजे पर दो दिनों से बैठी बोकारो की पिंकी देवी ने तोपचांची थाना में लिखित शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई है। लिखित शिकायत मिलने के बाद मंगलवार को पुलिस पीड़िता के पति अरविंद को गिरफ्तार करने गांव पहुंची, पर वह फरार हो गया।
दादा ससुर के श्राद्ध कर्म में ससुराल पहुंची थी बहू
सोमवार को पीड़िता अपने दादा ससुर के श्राद्धकर्म में शामिल होने के लिए महिला संगठन के साथ अपने ससुराल पहुंची थी। उसके पहुंचते ही ससुरालवालों ने घर का दरवाजा बंद कर लिया।
पुलिस व महिला संगठन के समझाने के बाद भी ससुराल वाले उसे अपनाने को तैयार नहीं हुए। विवाहिता का पति साहिबगंज में रहता है, जो अपने दादा के श्राद्धकर्म में गांव पहुंचा था।
यह भी पढ़ें: Suchitra Murder Case: सुचित्रा मिश्रा हत्याकांड में बुरे फंसे भाजपा विधायक, शशिभूषण मेहता सहित छह लोगों को कोर्ट का नोटिस
शादी के एक साल बाद भी बहू को ससुरालवालों ने नहीं अपनाया
बता दें कि तीन साल तक तोपचांची के सिंहदहा गांव के अरविंद कुमार के साथ संबंध में रहने के बाद एक साल पहले पिंकी के साथ अरविंद ने विवाह कर लिया था।विवाह के बाद अरविंद के घरवालों ने पिंकी को अपनाने से इन्कार कर दिया था। इस कारण विवाह के बाद अरविंद पिंकी को अपने साथ साहिबगंज में ही रखता था।खबर लिखे जाने तक विवाहिता थाने में ही है और इस दौरान थाना प्रभारी से बातचीत जारी है। बताया जा रह है कि अगर कोई हल नहीं निकला, तो वह पुन: ससुराल की चौखट पर धरना देने बैठ जाएगी। यह भी पढ़ें: यात्रीगण कृपया ध्यान दें! हावड़ा-नई दिल्ली के बीच सेमी हाई स्पीड ट्रेन का होगा ट्रायल, बंद किए जा रहे 20 रेलवे फाटक
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।