सामूहिक दुष्कर्म के मामले में आदिवासियों ने लगाई महापंचायत, पूर्व पीएलवी के पैरवीकार नेताओं को दौड़ाकर की पिटाई
झारखंड में आदिवासी किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के मामले को आरोपितों से पैसे लेकर केस मैनेज करने के मामले में रविवार को महापंचायत हुई। इस दौरान आदिवासियों ने जमकर हंगामा किया। आरोपी का पक्ष लेने वाले कुछ नेताओं को लोगों ने कहासुनी के बाद दौड़ा दिया। महिलाएं भी इस दौरान उग्र हो गईं। आरोप है कि दुष्कर्म का केस मैनेज करने के लिए 5 लाख रुपये लिए गए थे।
संवाद सहयोगी, पूर्वी टुंडी (धनबाद)। आदिवासी किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के आरोपितों से पैसे लेकर केस मैनेज करने के मामले को लेकर रविवार को हुई आदिवासियों की महापंचायत में जमकर हंगामा हुआ।
महापंचायत में आरोप स्वीकार करने के बावजूद आरोपित पूर्व पीएलवी श्रीलाल सोरेन की पैरवी करने वाले तीन झामुमो नेताओं को महापंचायत में शामिल लोगों ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।तीनों ने किसी तरह भागकर जान बचाई। इस हंगामे के कारण महापंचायत दोषी पूर्व पीएलवी को सजा नहीं सुना सकी। सजा के लिए आदिवासियों की फिर से महापंचायत होगी।
आदिवासी समाज के लोगों ने बुलाई थी महापंचायत
विदित हो कि रुपन पंचायत के टेसराटांड़ मैदान में रविवार को सोनोत संताल समाज के प्रखंड अध्यक्ष संदीप हांसदा के नेतृत्व में आदिवासी समाज के लोगों ने महापंचायत बुलाई थी।आरोप है कि एक आदिवासी किशोरी से दुष्कर्म करने वाले दो आरोपितों का केस मैनेज करने के लिए स्वजनों से पूर्व पीएलवी श्रीलाल सोरेन ने पांच लाख रुपये लिए थे।
जब काम नहीं हुआ तो स्वजनों ने श्रीलाल सोरेन की पिछले दिनों धनबाद में पिटाई की थी। आदिवासी होकर दुष्कर्म पीड़ित आदिवासी किशोरी का केस मैनेज करने के नाम पर पैसे लेने से आदिवासी समाज श्रीलाल सोरेन पर भड़का हुआ था।
इसी कारण रविवार को महापंचायत बुलाई गई थी। महापंचायत में विभिन्न आदिवासी गांवों के सैकड़ों लोगों समेत सोनोत संताल समाज के भी लोग शामिल हुए थे।
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