खतरे में धनबाद: गैंगस्टर अमन-प्रिंस खान के गुर्गे बेखौफ कर रहे गुंडागर्दी, पुलिस की कार्रवाई का भी नहीं असर
Jharkhand News प्रिंस खान और अमन सिंह के गैंग पर पुलिस की कार्रवाई का कोई असर नहीं है। पुलिस ने पिछले दिनों अमन सिंह गैंग के दस हार्डकोर और प्रिंस खान गैंग के लगभग 15 से ज्यादा अपराधियों को जेल भेजा है। पुलिस की ऐसी कार्रवाई के बाद भी अपराधियों पर लगाम नहीं लगी। धनबाद में गोली चलने की घटनाएं लगातार हो रही हैं।
जासं, धनबाद। Jharkhand News: अमन सिंह और प्रिंस खान गैंग की कमर तोड़ने में धनबाद पुलिस कोई कसर नहीं छोड़ रही है। लगातार इनके गैंग के लोगों पर पुलिस कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने पिछले दिनों अमन सिंह गैंग के दस हार्डकोर और प्रिंस खान गैंग के लगभग 15 से ज्यादा अपराधियों को जेल भेजा है। पुलिस की ऐसी कार्रवाई के बाद भी अपराधियों पर लगाम नहीं लगी।
धनबाद में खौफ का मंजर
पिछले तीन माह में अपराधियों ने धनबाद में दस गोली चालन व बम फेंकने की घटना को अंजाम दिया है। हालांकि, पुलिस के दावे के अनुसार इन कांड को अंजाम देने वाले कई अपराधियों को उन्होंने धर दबोचा है मगर इसके बाद भी धनबाद में गोली चलने की घटना नहीं रुक रही है।
अपराधियों के डर से दुकान कर दिया है बंद
नया बाजार के कारोबारी रंगदारी के लिए आने वाले फोन के कारण अपराधियों के डर से अपना दुकान बंद कर फरार चल रहे है। कई दुकानों में सिर्फ स्टाफ बैठ रहे है।
दुकान के बाहर बोर्ड से फोन नंबर भी हटाया जा रहा है। बैंक मोड़ के भी कई दुकानों का यही हाल है। हालांकि जब तक प्रिंस खान की गिरफ्तारी नहीं होगी यह डर बना रहेगा।
हाल में घटी कुछ घटनाएं
एक जून: तोपचांची में शान ए पंजाब व माही होटल में अपराधियों ने रंगदारी के लिए बमबाजी की थी।
सात जून: ठाकुर मोटर्स के मालिक संजीवानंद ठाकुर को मारी गोली
27 जून: वासेपुर के कारोबारी रशीद महाजन के घर के बाहर रंगदारी के लिए फायरिंग
29 जून: अप्सरा ड्रेसेज के मालिक के घर के बाहर रंगदारी के लिए फायरिंग
10 जूलाई: गोविंदपुर बिहारी लाल चौधरी के प्रतिष्ठान पर फायरिंग
आठ अगस्त: गफ्फार कालोनी स्थित जिया साइबर कैफे पर फायरिंग
12 अगस्त: बैंक मोड़ स्थित सलुजा टायर्स के समक्ष फायरिंग
क्या कहते हैं व्यवसायी
नया बाजार व बैंक मोड़ के कारोबारियों को रोज रंगदारी के लिए फोन आता है। दुकानदार अपना नंबर बांटने से भी डर रहे है। पता नहीं किसका फोन आ जाए। अभी हाल में पुराना बाजार के भी एक- दो व्यवसायियों को फोन आया है- सोहराब खान, व्यवसायी।
कई व्यवसायियों ने दूसरे शहर में अपना धंधा खोल लिया है। वह धीरे-धीरे पलायन कर रहे हैं। यह धनबाद के लिए ठीक नहीं है। सुरक्षा मिलनी चाहिए- राजेश गुप्ता, व्यवसायी।