अचानक जेब में जलने लगा रेडमी का मोबाइल, बाहर निकाला तो बम की तरह फट गई बैटरी, युवक की जांघ जली
झारखंड के साहिबगंज जिले में युवक की जेब में माेबाइल फटने का एक मामला सामने आया है। घटना बरहेट बाजार के तांती टोला का है। यहां रहने वाले 27 वर्षीय अमित कुमार दत्ता की जांघ भी इस हादसे में झुलस गई। हादसे के बाद स्वजन उसे लेकर सीएचसी पहुंचे।
संवाद सहयोगी, बरहेट (साहिबगंज): झारखंड के साहिबगंज जिले में युवक की जेब में माेबाइल फटने का एक मामला सामने आया है। घटना बरहेट बाजार के तांती टोला का है। यहां रहने वाले 27 वर्षीय अमित कुमार दत्ता की जांघ भी इस हादसे में झुलस गई। हादसे के बाद स्वजन उसे लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां ड्यूटी पर तैनात डाॅक्टर चंदन कुमार ने उसका इलाज किया। फिलहाल युवक खतरे से बाहर बताया जा रहा है। प्राथमिक इलाज के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
अमित ने बताया कि उसके पास रेडमी नोट फोर मोबाइल था। मोबाइल की बैटरी बुधवार की रात फट गई। बताया कि शाम में उसके मोबाइल की बैटरी डिस्चार्ज हो गई थी। उसने घर में ही फोन को चार्ज में लगाया। रात लगभग 9:30 बजे वह शादी समारोह में जाने के लिए निकला। मोबाइल चार्जिंग से निकालकर उसने अपनी जेब में रखा था। बताया कि बाइक से जाने के दौरान बरहेट बाजार में ज्योति गारमेंट के समीप लगा कि उसके पाॅकेट में रखा मोबाइल जल रहा है। उसने बाइक रोकी और पाॅकेट से मोबाइल निकाल कर फेंक दिया। बाहर निकालते ही मोबाइल की बैटरी ब्लास्ट कर गई। बताया कि हादसे में उसकी जांघ पूरी तरह झुलस गई।
एचडी वीडियो देखने और हाई रिजॉल्यूशन गेम खेलने की वजह से ओवरहीट होती है बैटरी
साहिबगंज में स्थित सैमसंग मोबाइल कंपनी के सर्विस सेंटर के इंजीनियर सारिक अनवर बताते हैं कि ओवर हीटिंग के कारण मोबाइल की बैटरी फटने की घटनाएं सामने आती रहती हैं। उन्होंने कहा कि खास तौर पर चाइनीज कंपनी के मोबाइल में इस तरह की समस्या ज्यादा होती है। सलाह दी कि उपभोक्ता अपने मोबाइल को कभी भी 100 प्रतिशत चार्ज नहीं करें। अधिकतम 90 से 95 फीसद तक मोबाइल की बैटरी चार्ज करनी चाहिए। बार-बार मोबाइल को चार्ज में भी नहीं लगाना चाहिए। जब मोबाइल की बैटरी 15 फीसद पर आ जाए, तभी उसे चार्ज में लगाएं। उन्होंने कहा कि हाई रिजॉल्यूशन वीडियो देखने व रिकाॅर्ड करने, हाई रिजॉल्यूशन गेम खेलने, ज्यादा देर तक मोबाइल के इस्तेमाल आदि से बैटरी ओवर हीट हो जाती है। इसलिए लगातार ज्यादा देर तक मोबाइल का उपयोग नहीं करना चाहिए। समय-समय पर मोबाइल को अपडेट करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि थर्ड पार्टी एप को भी सोच-समझकर इंस्टाॅल करना चाहिए।