बच्चों को संकट में देखें तो चाइल्ड लाइन में रिपोर्ट करें, सोशल मीडिया पर नहीं...1098 पर काल कर करें सूचित
कोविड-19 में बच्चों की भय चिंता और अकेलापन समेत विभिन्न समस्याओं से दूर करने के लिए बाल अधिकार संरक्षण आयोग आगे आया है। कोविड के संक्रमण में आयोग पहले से ही काम करता रहा है लेकिन इस दफा कुछ सुझाव लेकर भी आया है।
By Atul SinghEdited By: Updated: Wed, 21 Jul 2021 10:41 AM (IST)
जागरण संवाददाता, धनबाद: कोविड-19 में बच्चों की भय, चिंता और अकेलापन समेत विभिन्न समस्याओं से दूर करने के लिए बाल अधिकार संरक्षण आयोग आगे आया है। कोविड के संक्रमण में आयोग पहले से ही काम करता रहा है, लेकिन इस दफा कुछ सुझाव लेकर भी आया है। आयोग का कहना है कि जब भी किसी बच्चे को संकट में देखें 1098 पर मदद के लिए संपर्क करें, सोशल मीडिया पर नहीं। अमूमन ऐसा देखा जा रहा है कि लोग बच्चे की तस्वीर सोशल मीडिया पर प्रसारित प्रसारित कर दे रहे हैं। यह गलत है। किसी को भी ऐसा करने का अधिकार नहीं है। बाल कल्याण समिति धनबाद के अनुसार आयोग का निर्देश आया हुआ है। सभी को इससे अवगत कराया जा रहा है। इसमें कहा गया है कि जब भी आप कोविड महामारी में किसी बच्चे को संकट में देखें तो उसकी पहचान को सुरक्षित करते हुए उसकी मदद करें। ऐसे प्रभावित बच्चों की तस्वीर और मोबाइल नंबर सोशल मीडिया या अन्य संचार माध्यमों से प्रसारित न करें। बच्चों से जुड़ी ऐसी किसी घटना के बारे में चाइल्डलाइन के नंबर 1098 पर संपर्क करें। आपकी कॉल बच्चों की जिंदगी बदल सकती है।
बच्चों से जुड़ी किसी भी शिकायत के लिए दिशा निर्देश
- टोल फ्री चाइल्डलाइन हेल्पनंबर 1098 पर संपर्क करें। - स्थानीय पुलिस थाने में बाल कल्याणपुर पुलिस पदाधिकारी से संपर्क साधें।
- जिले के बाल कल्याण समिति यानी सीडब्ल्यूसी से संपर्क करें। - राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग संपर्क करें। - राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के ईमेल cp.n cpcr@nic.in पर मेल करें।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।