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Medical College : शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज में लागू होगी ये नई व्यवस्था, लाइन खड़े होने का झंझट होगा खत्म

Shahid Nirmal Mahato Medical College झारखंड के धनबाद जिले में स्थित शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में नया सिस्टम लागू होने जा रहा है। इसके तहत अब क्यूआर कोड के माध्यम से मरीजों की पर्ची काटी जाएगी। इससे तीमारदारों के लाइन में खड़े रहने की झंझट से मुक्ति मिलेगी। इसके साथ ही मरीजों को तुरंत इलाज भी मुहैया हो सकेगा।

By Mohan Kumar Gope Edited By: Yogesh Sahu Updated: Wed, 22 May 2024 08:26 PM (IST)
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Medical College : क्यूआर कोड स्कैन करो; इलाज कराओ, मेडिकल कॉलेज में लाइन लगाने का झंझट खत्म
जागरण संवाददाता, धनबाद। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत अब शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में क्यूआर कोड से मरीजों की पर्ची कटेगी।

मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने इस दिशा में तैयारी शुरू कर दी है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद मेडिकल कॉलेज में नई सेवा शुरू होने जा रही है।

इसके तहत ओपीडी में आने वाले मरीज अपने मोबाइल से क्यूआर कोड स्कैन करके ऑनलाइन पर्ची कटा सकते हैं। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के मैनेजर रिसिका सिन्हा ने बताया कि सदर अस्पताल में फिलहाल यह सेवा चल रही है।

इसी तरीके से अब मेडिकल कॉलेज में भी यह सेवा शुरू की जाएगी। इधर, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर ज्योति रंजन प्रसाद ने बताया कि नई सेवा से मरीजों को लाइन में खड़े होने की जरूरत नहीं होगी।

सदर अस्पताल में हर दिन 70 मरीज की क्यूआर कोड से कट रही पर्ची

सदर अस्पताल में फिलहाल हर दिन क्यूआर कोड स्कैन करके पर्ची कट रही है। वैसे मरीजों को लाभ हो रहा है, जिनके पास एंड्रॉयड मोबाइल है। हालांकि, जिन मरीजों के पास एंड्रॉयड मोबाइल नहीं है, उन्हें ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने पर पर्ची दी जा रही है। दोनों व्यवस्था सदर अस्पताल में की गई हैं। इसी प्रकार अब मेडिकल कॉलेज में भी दोनों व्यवस्था जल्द शुरू हो जाएगी।

समय की भी होगी बचत

मेडिकल कॉलेज के ओपीडी में पर्ची काटने में मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। मरीज को 1 से 2 घंटे तक का इंतजार करना पड़ता है। परंतु, क्यूआर कोड स्कैन करके मरीज तुरंत अपनी पर्ची कटा सकते हैं।

मरीज का इसके लिए आभा कार्ड भी बनाया जा रहा है। यह कार्ड 14 डिजिट का नंबर है, जिसमें मेडिकल से संबंधित मरीज की तमाम व्यक्तिगत जानकारी दर्ज होगी। फिलहाल सदर अस्पताल में यह कार्ड मुफ्त बन रहा है।

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