Suresh Singh murder case: मोस्ट वांटेड शशि सिंह का जल्द होगा आत्मसमर्पण ! सिद्धार्थ गाैतम ने दिया संकेत
Most Wanted Shashi Singh शशि सिंह पर झारखंड पुलिस ने 50 हजार का इनाम रखा है। वे 7 दिसंबर 2011 से फरार हैं। फरारी के दाैरान ही शशि ने शादी रचाई। बच्चे पैदा किए। लेकिन पुलिस पकड़ नहीं पाई। अब आत्मसमर्पण की चर्चा है।
By MritunjayEdited By: Updated: Mon, 21 Sep 2020 02:29 PM (IST)
धनबाद [ मृत्युंजय पाठक ]। Most Wanted Shashi Singh झारखंड पुलिस का मोस्ट वांटेड शशि सिंह जल्द धनबाद कोर्ट में आत्मसमर्पण कर सकता है। 7 दिसंबर, 2011 की रात धनबाद क्लब में सैकड़ों लोगों के सामने शशि ने कोल किंग सुरेश सिंह की हत्या कर दी थी। इसके बाद से पुलिस शशि के पीछे पड़ी है। इनाम भी घोषित है। बावजूद 11 साल में पुलिस पकड़ नहीं पाई। इस दाैरान शशि ने शादी रचाई। बच्चे पैदा किए। पत्नी आसनी सिंह को यूपी के बलिया जिले के दोआबा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ाया। इतनी सक्रियता के बावजूद पुलिस शशि को पकड़ने में विफल साबित रही है। अब झारखंड के धनबाद से लेकर यूपी के बलिया तक शशि के आत्मसमर्पण की चर्चा शुरू हुई है। यह चर्चा झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह के भाई जनता मजदूर संघ के संयुक्त महामंत्री सिद्धार्थ गाैतम के एक फेसबुक पोस्ट के बाद शुरू हुई है।
शशि सिंह के सिर पर 50 हजार रुपये का इनाम
शशि सिंह के सिर पर 50 हजार रुपये का इनाम है। यह इनाम झारखंड पुलिस ने घोषित कर रखा है। बनारस से लेकर कोलकाता की कोयला मंडियों में कोल किंग के नाम से मशहूर सुरेश सिंह को शशि सिंह ने 7 दिसंबर, 2011 की रात धनबाद क्लब में शादी की उपलक्ष्य में दी गई एक पार्टी में गोली मार हत्या की। सुरेश और शशि दोनों पास ही बैठे थे। इस दाैरान सुरेश ने कुछ घोर आपत्तिजनक टिप्पणी की। यह शशि को इतना नागवार गुजरा कि फिल्मी स्टाइल में सुरेश को जमीन पर पटकनी दी। फिर सीने पर पैर रखा। और अपने कमर से पिस्टल निकाल सुरेश के शरीर में गोली उतार दी। इस दाैरान सैकड़ों लोग मूकदर्शक बने रहे। सुरेश के दर्जन भर प्राइवेट अंगरक्षक भी काठ बन गए थे। हत्या करने के बाद शशि आराम से निकल गए। 9 साल में धनबाद पुलिस शशि को पकड़ नहीं पाई है।
काैन हैं मोस्ट वांटेड शशि सिंह धनबाद और बलिया में शशि किसी परिचय का मोहताज नहीं है। शशि दिवंगत झरिया के चर्चित सूरजदेव सिंह के भतीजे हैं। शशि के पिता रामधीर सिंह भी काफी ख्यातिनाम आदमी हैं। वे यूपी के बलिया जिला परिषद के चेयरमैन रह चुके हैं। फिलहाल धनबाद के विनोद सिंह हत्याकांड में सजा के बाद रांची के होटवार जेल में बंद हैं। रामधीर सिंह की अंडरवर्ल्ड में अच्छी पकड़ है। शशि की मां इंदु देवी धनबाद नगर निगम की मेयर रह चुकी हैं। राजनीतिक रूप से शशि का परिवार काफी मजबूत है।
सिद्धार्थ गाैतम के फेसबुक पोस्ट से शुरू हुई आत्मसमर्पण की चर्चा शशि सिंह का 20 सिंतबर, 2020 को जन्म दिन था। इस माैके पर उनके चचेरे भाई दिवंगत सूरजदेव सिंह के बेटे सिद्धार्थ गौतम ने फेसबुक पर जन्म दिन की बधाई पोस्ट की। लिखा-जन्म दिन मुबारक हो भाई। आशा है कि आप जल्द ही हमारे साथ होंगे। इस पोस्ट के बाद तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। शशि के परिवार से जुड़े सूत्रों का कहना है कि अब आत्मसमर्पण समय की मांग है। आखिर कितने दिनों तक शशि धनबाद से दूर रहेंगे? पारिवारिक परिस्थिति भी आत्मसमर्पण को मजबूर कर रहा है। पिता रामधीर सिंह होटवार जेल में हैं। सिंह मैंशन परिवार भी पहले की तरह अब एक नहीं है। शशि की मां इंदु देवी शशि की पत्नी आशनी के साथ पहले सिंह मैंशन में ही रहती थीं। अब अलग घर में रह रहीं हैं। फरार रहने के कारण आय का स्रोत भी धीरे-धीरे कम होते जा रहा है। आत्मसमर्पण के बाद धनबाद जेल में रहेंगे तो लोगों से मिल सकते हैं। अपनी बात को लोगों के बीच पहुंचा सकते हैं। इससे राजनीतिक, आर्थिक और कानूनी हर तरह की लड़ाई में मदद मिलेगी। यही सोच शायद शशि अब आत्मसमर्पण की तैयारी में हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।