Move to Jagran APP

विधानसभा चुनाव से पहले 'सिंह मैंशन' की बदली रणनीति, भाभी के पीछे खड़े हुए देवर Dhanbad News

2005 और 2009 के विधानसभा चुनाव में संजीव की मां कुंती सिंह झरिया से भाजपा के टिकट पर विधायक चुनी गई थीं। पूरा परिवार भाजपा में है।

By MritunjayEdited By: Updated: Thu, 03 Oct 2019 03:32 PM (IST)
Hero Image
विधानसभा चुनाव से पहले 'सिंह मैंशन' की बदली रणनीति, भाभी के पीछे खड़े हुए देवर Dhanbad News
धनबाद, जेएनएन। लगता है लोकसभा चुनाव- 2019 के दाैरान झटका खाने के बाद कोयलांचल का सबसे मजबूत राजनीतिक घराना 'सिंह मैंशन' को अपनी भूल का अहसास हो गया है। अब राजनीतिक गिले-शिकवे भूलकर परिवार के सभी सदस्य झरिया के विधायक संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह के नेतृत्व के पीछे खड़े हो रहे हैं। इसका साफ संकेत विधायक के भाई जनता मजदूर संघ के संयुक्त महामंत्री सिद्धार्थ गौतम उर्फ मनीष सिंह ने दिया है। उन्होंने कहा कि भाभी रागिनी सिंह झरिया विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगी। चुनाव में जनता मजदूर संघ सशक्त भूमिका निभाएग।

मनीष ने लोकसभा चुनाव लड़कर कराई थी किरकिरीः विधायक संजीव सिंह भाजपा की राजनीति करते हैं। वह झरिया से भाजपा के टिकट पर 2014 में झारखंड विधानसभा के लिए चुने गए थे। 2005 और 2009 के विधानसभा चुनाव में संजीव की मां कुंती सिंह झरिया से भाजपा के टिकट पर विधायक चुनी गई थीं। पूरा परिवार भाजपा में है। लेकिन, लोकसभा चुनाव- 2019 के दाैरान सबके मनाने के बावजूद विधायक के छोटे भाई मनीष सिंह नहीं माने। उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में धनबाद लोकसभा क्षेत्र के चुनाव लड़ा। जनता ने बुरी तरह से नकार दिया। हालांकि जेल में बंद विधायक संजीव की पत्नी रागिनी सिंह ने झरिया विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी सांसद पीएन सिंह को बढ़त दिलाने के लिए जी-जान से लगी रही। बढ़त भी मिला।

अब रागिनी के सवाल पर कोई किंतु-परंतु नहींः भाजपा विधायक संजीव सिंह अपने ही चचेरे भाई धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या के आरोप में दो साल से ज्यादा समय से जेल में बंद हैं। इस कारण उनकी पत्नी रागिनी सिंह को सामने आना पड़ा है। वह झरिया विधानसभा क्षेत्र में अपने पति की खड़ाऊ लेकर राजनीति कर रही है। क्योंकि फिलहाल विधायक के जेल से छूटने की संभावना नहीं है। जेल में रहते हुए भाजपा भी शायद संजीव को टिकट न दे। इसलिए रागिनी को आगे किया गया है। दो महीने बाद चुनाव है। भाजपा ने भी रागिनी को टिकट देने का संकेत दिया है। इस कारण विधायक के घर सिंह मैंशन के तमाम सदस्य अब रागिनी के पीछे खड़े होने का मन बना रहे हैं।

संकट में सिंह मैंशनः इस समय सिंह मैंशन संकट से घिरा हुआ है। परिवार की तरफ से व्यूह रचना करने वाले विधायक संजीव के चाचा रामधीर सिंह रांची जेल में हैं। वह सकलदेव सिंह हत्याकांड में सजा काट रहे हैं। रामधीर सिंह के पुत्र कोल किंग सुरेश सिंह की हत्या में नामजद होने के बाद से फरार हैं। दूसरी तरफ परिवार में बिखराव है। 2014 के विधानसभा चुनाव में बहुचर्चित सूरजदेव सिंह के पुत्र संजीव को उनके चचेरे भाई नीरज सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाैती दी थी। हालांकि भाजपा के टिकट पर संजीव सिंह भारी मतों के अंतर से चुनाव जीते। नीरज सिंह की हत्या के बाद उनकी पत्नी पूर्णिमा सिंह झरिया से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं। यही कारण है कि जेल में बंद विधायक के भाई मनीष ने रागिनी सिंह के पक्ष में खड़े होने का एलान कर दिया है। सिंह ने बुधवार को कनकनी में पत्रकारों बातचीत करते हुए कहा कि झरिया से रागिनी सिंह ही चुनाव लड़ेंगी।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।