पूर्व मध्य रेलवे की बैठक में उठेगा डीसी लाइन पर ट्रेनों के ठहराव का मुद्दा
डीसी लाइन पर पूर्ववत सभी ट्रेनों का परिचालन और स्टेशन व हाल्ट पर ठहराव का मुद्दा उठेगा।
संवाद सहयोगी, कतरास: डीसी लाइन पर पूर्ववत सभी ट्रेनों का परिचालन और स्टेशन व हाल्ट पर ठहराव की मांग को लेकर एक बार फिर रेल आंदोलन समिति ने कदम उठाया है। 15 जून 2017 के पूर्व की भांति सभी ट्रेनें आज तक नहीं चलाई गई है। यहां तक कि धनबाद-चंद्रपुरा सवारी गाड़ी के नाम चर्चित डीसी ट्रेन को भी नहीं चलाया गया। यह ट्रेन धनबाद-चंद्रपुरा रेल मार्ग के आसपास के इलाकेवाले गांव बाजार के लोगों की लाइफ लाइन थी। बंदी के पूर्व इस लाइन में 26 जोड़ी ट्रेनें चलती थी।
रेल आंदोलन समिति के वरीय सदस्य विजय कुमार झा रानीबाजार स्थित अपने आवासीय कार्यालय में पत्रकारों से कहा कि 30 दिसंबर को धनबाद में पूर्व मध्य रेलवे की बैठक प्रस्तावित है। इसमें धनबाद, गिरीडीह, कोडरमा सहित देश के अठारह सांसदों को आमंत्रित किया गया है। रेलवे के जीएम व डीआरएम भी मौजूद रहेंगे। सांसदों से मिलकर पूरे मामले से अवगत कराते हुए मांग पत्र सौंपा जाएगा। रेलवे आला अधिकारी को भी मांग पत्र दिया जाएगा, ताकि उस पर प्रस्ताव पारित कर सरकार के पास वे भेजें। उन्होंने कहा कि भूर्गभीय आग से खतरा बताकर अचानक सरकार ने 15 जून 17 को डीसी लाइन पर ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया था। इसके विरोध में कतरास व पड़ोस इलाके के लोग उद्वेलित हो उठे थे। नागरिकों के लंबे संघर्ष का परिणाम यह हुआ कि सरकार ने 5 फरवरी 2019 को डीसी लाइन पर पुन: ट्रेनों का परिचालन शुरू कराया, लेकिन डीसी, धनबाद- रांची इंटरसिटी, मौर्य, पाटलीपुत्र सहित कई महत्वपूर्ण ट्रेनों का परिचालन अभी तक शुरू नहीं हुआ। इतना ही नहीं, रेलवे को काफी अधिक राजस्व देनेवाले कतरास स्टेशन पर एलेप्पी एक्सप्रेस का ठहराव नहीं हुआ। कुछ अन्य ट्रेनें हैं जिनका इस मार्ग के सभी स्टेशन व हाल्ट पर ठहराव नहीं है। डीसी लाइन पर सभी ट्रेनों का पुन: परिचालन व स्टेशनों पर पूर्ववत ठहराव की मांग लगातार की जा रही है, लेकिन अभी तक नतीजा सामने नहीं आया है। पत्रकार वार्ता में विजय कुमार झा के अलावा राजेंद्र प्रसाद रजा, निमाई मुखर्जी, गौतम मंडल, परवेज इकबाल, उमेश ऋषि सहित कई मौजूद थे।