धनबाद-हावड़ा के बीच झटके में रूकीं कई ट्रेनें, मालगाड़ी से ओवरहेड पोल की टक्कर से घंटों परिचालन रहा ठप्प
हावड़ा से धनबाद के बीच वारिया स्टेशन के पास मालगाड़ी के दरवाजे से ओवरहेड पोल की टक्कर होने से अप और डाउन दोनों ही लाइन से ट्रेनों का परिचालन थम गया। पटना जसीडीह लाइन की ट्रेनें भी फंसी रहीं।
जागरण संवाददाता,धनबाद। हावड़ा से धनबाद के बीच वारिया स्टेशन के पास मालगाड़ी के दरवाजे से ओवरहेड पोल की टक्कर होने से अप और डाउन दोनों ही लाइन से ट्रेनों का परिचालन थम गया। मंगलवार दिन में करीब 10:10 बजे हुई इस घटना से अप लाइन दोपहर 1:10 बजे और डाउन लाइन दोपहर तीन बजे तक ठप रही।
अलग-अलग स्टेशनों पर रोके गए कई ट्रेन
धनबाद से हावड़ा के अलावा पटना, जसीडीह लाइन की ट्रेनें भी फंसी रहीं। अमृतसर से कोलकाता जा रही दुर्गियाना एक्सप्रेस को आसनसोल-दुर्गापुर के बीच वारिया स्टेशन पर रोका गया। बीकानेर से सियालदह जा रही दुरंतो एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशनों पर रोका गया। गर्मी के कारण जनरल व स्लीपर क्लास में सफर कर रहे यात्रियों का बुरा हाल रहा।
आनन-फानन में मौके पर पहुंचे कई अधिकारी
दरअसल, साइडिंग से आ रही मालगाड़ी के एक वैगन का दरवाजा खुला था। यही मेन लाइन के ओवरहेड पोल से टकराया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि पोल टेढ़ा होकर झुक गया। आसनसोल डीआरएम समेत अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। काम शुरू कराया। सवा तीन घंटे बाद डाउन लाइन और पांच घंटे बाद अप लाइन पर रेल सेवा बहाल हुई। घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
ओडिशा हादसे का खौफनाक मंजर लोगों के जेहन में ताजा
गौरतलब है कि ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे का खौफ इन दिनों लोगों के मन में ताजा है। यह भयावह हादसा बीते शुक्रवार यानि कि 2 जून को ओडिशा के बालासोर के पास बाहानगा स्टेशन के पास हुआ। इस हादसे में तीन ट्रेनें शामिल थीं।
एक मालगाड़ी, जो कि लूप लाइन में खड़ी थी और दो सुपर फास्ट एक्सप्रेस ट्रेनें- शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल सुपर फास्ट एक्सप्रेस और सर एम. विश्वेश्वरैया टर्मिनल-हावड़ा सुपर फास्ट एक्सप्रेस, जिनके कुल 17 डिब्बे पटरी से उतर गईं।
इस दौरान सबसे पहले कोरोमंंडल मालगाड़ी से जा टकराई, जिससे ट्रेन के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए और कुछ बगल के ट्रैक पर चले गए, जिस पर बेंगलुरु से चली यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस गुजर रही थी। इन डिब्बों से यह ट्रेन जा टकराई और भीषण हादसा हो गया। इसमें 275 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों की संख्या में लोग घायल हुए हैं।