जनरल से खिसकते-खिसकते भीड़ पहुंची स्लीपर, जैसे-तैसे सीट तक पहुंच रहे यात्री; रेलवे की तरफ से ये की जा रही व्यवस्था
आज से छठ महापर्व की शुरुआत हो रही है। अंतिम क्षण में घर जाने के लिए ट्रेनों में जबरदस्त भीड़ है। जनरल बोगी और स्लीपर में अंतर करना मुश्किल हो जा रहा है। हर एक डिब्बे में ठसाठस लोग भरे हुए हैं। आलम यह है कि यात्रियों को अपनी सीट तक पहुंचने के लिए मजबूरन धक्का-मुक्की करना पड़ रहा है।
By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Fri, 17 Nov 2023 09:30 AM (IST)
जासं, धनबाद। यात्रियों की भीड़ रेलवे की तमाम तैयारियों पर भारी पड़ रही है। गुरुवार को बिहार जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ी। ट्रेनों में जगह पाने के लिए लोग जद्दोजहद करते दिखे। हालात ऐसे बने कि ट्रेनों में जगह नहीं मिली। ज्यादातर ट्रेनों में जनरल डिब्बे कम होने से भीड़ स्लीपर में शिफ्ट हो गई है। स्लीपर कोच अनारक्षित कोच बन गए हैं।
धक्का-मुक्की करने पर मजबूर यात्री
धनबाद से खुलने वाली गंगा-दामोदर, गंगा-सतलज से लेकर मौर्य एक्सप्रेस तक के स्लीपर कोच में जनरल यात्रियों की फौज उमड़ी। जिनके पास आरक्षित बर्थ का टिकट थे वे यात्री भी अपनी सीट तक पहुंचने के लिए धक्का-मुक्की करने को मजबूर दिखे।
अलसुबह स्पेशल ट्रेन चलने की हुई घोषणा
ट्रेनों के जनरल डिब्बों में सवार होने को लेकर मची धक्का-मुक्की के मद्देनजर रेलवे ने स्पेशल ट्रेन की घोषणा की। धनबाद से रक्सौल के लिए शुक्रवार अलसुबह जनरल डिब्बों वाली स्पेशल ट्रेन की सूचना दी गई है।ये की जा रही व्यवस्था
- भीड़ प्रबंधन को आरपीएफ, स्काउट एंड गाइड के साथ 33 नवनियुक्त रेलकर्मी।
- धनबाद स्टेशन पर में रेलवे का आइ हेल्प यू बूथ।
- अंतिम समय में अचानक नहीं बदलेंगे ट्रेनों के प्लेटफार्म।
- प्लेटफार्म या प्रवेश-निकास द्वार पर भीड़ अधिक होने पर ट्रेन को प्लेटफार्म के बाहर रोका जाएगा।
- ट्रेन अनाउंसमेंट सिस्टम और डिस्प्ले बोर्ड में जारी होगी अपडेट सूचनाएं।
- महिला यात्रियों के लिए अतिरिक्त महिला आरक्षी।
छठ में तालाब किनारे के ट्रैक पर कम गति से चलेंगी ट्रेनें
छठ के दौरान दुर्घटना मुक्त रेल परिचालन को लेकर विशेष तैयारी की जा रही है। 19 नवंबर की शाम पहला अर्घ्य है और 20 नवंबर की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पण किया जाएगा।
इस दौरान छठ घाटों पर काफी भीड़ होगी। इसे ध्यान में रखकर रेलवे ने 19 की शाम से 20 नवंबर की सुबह तक वैसे स्थानों पर ट्रेनों की गति कम करने का निर्देश दिया है, जो तालाब के आसपास या किनारे पर हैं।
रेलवे चालक और गार्ड को भी विशेष निर्देश दिया गया है कि छठ घाट के किनारे से गुजरने के दौरान लगातार हार्न बजाकर चलें। छठ घाटों के आसपास के रेलवे ट्रैक की आरपीएफ निगरानी करेगी।छठ घाटों के आसपास के रेलवे ट्रैक की विशेष निगरानी की जाएगी। एडीआरएम विनीत कुमार व अमित कुमार और सीनियर डीसीएम अमरेश कुमार ने बताया कि छठ के दौरान यात्री सुविधाओं के लिए खास बंदोबस्त किए गए हैं।
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