बीसीसीएल के तीन बंद पड़े खदानों का काम निजी कंपनियों को सौंपा गया, कोकिंग कोल के उत्पादन को बढ़ाना है लक्ष्य
बीसीसीएल के तीन बंद पीबी सलानपुर लोयाबाद यूजी खदानों का काम निजी कंपनियों को सौंपा गया। अब इन्हीं के हाथों में इसकी खुदाई निस्तारण पुनर्वास विकास निर्माण और संचालन का जिम्मा होगा। 25 साल के लिए संचालन होगा।
By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Thu, 23 Mar 2023 01:46 PM (IST)
जागरण संवाददाता, धनबाद। बीसीसीएल की वर्षों से बंद पीबी, सलानपुर, लोयाबाद भूमिगत खदान खोलने को लेकर बुधवार को समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया गया। भारत में कोकिंग कोल का उत्पादन बढ़ाने के उद्देश्य से बीसीसीएल ने एमडीओ माडल में राजस्व साझा करने के आधार पर कोयला खदान से कोयले की खुदाई निष्कर्षण और उसके बाद कंपनी के तीन क्षेत्रों में स्थित प्राधिकरण को डिलीवरी के लिए फिर से खुदायी, निस्तारण पुनर्वास, विकास, निर्माण और संचालन का काम सौंपा।
देश में कोकिंग कोल का उत्पादन बढ़ाना है लक्ष्य
भारत में कोकिंग कोयले के उत्पादन को बढ़ाने तथा बीसीसीएल के बेहतर भविष्य को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने अपनी तीन बंद पड़ी गैर-संचालित कोयला खदानों से कोयले के निष्कर्षण के लिए उन्हें फिर विकसित करके संचालन करने हेतु एमडीओ माडल में रेवेन्यू शेयरिंग के आधार पर टेंडर के बाद सफल बोलीदाताओं को बुधवार एलओए जारी किये हैं।
कंपनी के सीएमडी समीरन दत्ता ने तकनीकी निदेशक संचालन संजय कुमार सिंह, तकनीकी निदेशक परियोजना एवं योजना उदय अनंत कावले एवं निदेशक कार्मिक मुरली कृष्ण रमैय्या की उपस्थिति में टेंडर में सफल कंपनियों के प्रतिनिधियों को स्वीकृति-पत्र सौंपे ।
सलानपुर में होगी नौ प्रतिशत की हिस्सेदारी
बीसीसीएल के कतरास क्षेत्र स्थित सालानपुर-एजीकेसी कोयला खदान के लिए 9 प्रतिशत राजस्व हिस्सेदारी की दर पर 25 वर्षों की अवधि के लिए मैसर्स आर के ट्रांसपोर्ट कंपनी दुर्ग, छत्तीसगढ़ को स्वीकृति पत्र सौंपा गया। इस खदान से 1.4 मिलियन टन वार्षिक कोयला उत्पादन क्षमता के साथ कुल 25.70 मि. टन कोयला उत्पादन प्रस्तावित है।
पीबी में 52 मिलियन टन कोयला का भंडार
पुटकी बलिहारी क्षेत्र की पीबी प्रोजेक्ट कोलियरी के लिए सफल बोलीदाता मैसर्स ईगल इंफ्रा इंडिया लिमिटेड को 25 वर्षों के लिए के लिए 6 प्रतिशत रेवेन्यू शेयर की दर पर एलओए जारी किया गया। इस परियोजना से 2.7 मिलियन टन वार्षिक क्षमता के साथ 25 साल की निर्धारित अवधि में कुल 52 मिलियन टन कोकिंग कोयले का उत्पादन होगा।लोयाबाद में होगा 28.485 मिलियन टन का उत्पादन
इसी प्रकार, मैसर्स वेंसर कंस्ट्रक्शन्स कंपनी लिमिटेड को सिजुआ क्षेत्र में लोयाबाद खदान के लिए 25 साल की अवधि के लिए 7.29 प्रतिशत राजस्व हिस्सेदारी की दर पर स्वीकृति-पत्र जारी किया गया है। इस खदान से 25 वर्षों में कुल 28.485 मिलियन टन का उत्पादन होगा और इसकी वार्षिक उत्पादन क्षमता लगभग 1.28 मि. टन होगी।
दत्ता ने कहा कि बीसीसीएल कोकिंग कोल के उत्पादन में देश की अग्रणी कंपनी है और पिछले पांच दशकों से राष्ट्र की सेवा करने तथा आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की दिशा में योगदान करने के लिए हमें इस पर गर्व है। बीसीसीएल का भविष्य अत्यंत उज्जवल है। आने वाले समय में एक नया बीसीसीएल दिखाई देगा।
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