कोल इंडिया के मजदूरों को साल 2021 से वेतन में वृद्धि होने का इंतजार है लेकिन उनकी यह मांग अब तक पूरी नहीं हो पाई है। 2.62 लाख कोयला मजदूर अब आंदोलन की राह पर है और इसी क्रम में कोलकाता में जेबीसीसीआई की 8वीं बैठक होगी।
By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Tue, 03 Jan 2023 08:51 AM (IST)
जागरण संवाददाता, धनबाद। कोल इंडिया के कोयला मजदूरों को जुलाई 2021 से वेतन बढ़ोतरी का इंतजार है। 2.62 लाख कोयला मजदूर अब आंदोलन की राह पर है। मंगलवार को 11वें वेतन समझौते को लेकर जेबीसीसीआई (Joint Bipartite Committee for the Coal Industry) की 8वीं बैठक होगी। सात बार हुई बैठक में अब तक कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। बैठक को लेकर प्रबंधन ने अपने स्तर पर तैयारी पूरी कर ली है। सोमवार को इसको लेकर कोलकाता में उच्च स्तरीय बैठक कोल इंडिया प्रबंधन ने की, जिसमें कोयला कंपनियों के सीएमडी ने कंपनी की वित्तीीय स्थिति को लेकर विस्तार से चर्चा की।
आंदोलन की राह पर कोयला मजदूर
यह बैठक वेतन समझौता को लेकर मिनिमम गारंटी बेनिफिट को लेकर तकरार होने के बाद श्रमिक संगठनों द्वारा आंदोलन का आगाज किए जाने के बीच हो रही है। 8वीं बैठक में एमजीबी पर बात बन सकेगी तो ड्राफ्ट कमेटी का भी गठन किया जाएगा। यदि ऐसा नहीं हुआ तो क्या 7 जनवरी को यूनियन द्वारा प्रस्तावित संयुक्त कन्वेंशन होगा और इसमें कोयला सेक्टर में हड़ताल की रणनीति तय होगी।
मिनिमम गारंटी बेनिफिट को लेकर होगी तकरार
प्रबंधन अधिकतम 15 से 17 के बीच ही एमजीबी प्रदान करने सहमति बनने को प्रयास करेगी। 30 नवंबर को कोलकाता में आयोजित जेबीसीसीआई की 7वीं बैठक बगैर नतीजा खत्म हो गई थी। यूनियन ने अपनी मांग से नीचे आते हुए 28 फीसदी एमजीबी देने का प्रस्ताव रखा था। प्रबंधन 10.50 प्रतिशत से आगे नहीं बढ़ा। बैठक की अध्यक्षता कोल इंडिया चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल करेंगे।
कोलकाता में आयोजित बैठक में ये होंगे शामिल
इसमें कोल इंडिया डीपी विनय रंजन, बीसीसीएल सीएमडी समीरन दत्ता, सीसीएल सीएमडी पीएम प्रसाद, एसईसीएल सीएमडी पीएस मिश्रा, यूनियन की ओर से एटक, बीएमएस, एचएमएस व सीटू के साथ साथ जेबीसीसीआइ के नामित सदस्य शामिल होंगे। बैठक के पहले दिन अगर नतीजा नहीं निकला तो अगले दिन भी बैठक जारी रखने का भी प्रस्ताव प्रबंधन दे सकती है। एटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेंद्र कुमार ने बताया कि प्रबंधन के रुख पर रणनीति तय होगी। वैसे आंदोलन जारी है।
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