धनबाद में गैंगस्टर प्रिंस खान की धमकियों से व्यापारी वर्ग परेशान हैं। प्रिंस विदेश में बैठकर उनसे रंगदारी की डिमांड करता है। पैसे वक्त पर नहीं देने पर उसके गुर्गे उत्पात मचाते हैं। इससे परेशान होकर व्यवसायियों ने धनबाद बंद कर विरोध किया लेकिन प्रशासन ने आश्वासन देकर उसे समाप्त करा दिया। अब जब कार्रवाई करने की बारी आई तो अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।
रवि चौरसिया, धनबाद।
कुख्यात प्रिंस खान विदेश में बैठकर रंगदारी के लिए धनबाद के व्यवसायियों को न सिर्फ धमका रहा, बल्कि उनके प्रतिष्ठान पर फायरिंग करवा रहा है। व्यवसायियों ने धनबाद बंद कर विरोध किया, पर प्रशासन ने आश्वासन देकर उसे समाप्त करा दिया। तत्कालीन एसएसपी संजीव कुमार ने उनको आश्वासन दिया था कि हथियार के लिए आवेदन दें। जिला प्रशासन और पुलिस से सहयोग मिलेगा।
धनबाद में प्रशासन के रवैये से पुलिस परेशान
इसके बाद 24 कारोबारियों ने लाइसेंस के लिए आवेदन दिए। तीन माह से अधिक बीत गए। किसी को भी आर्म्स लाइसेंस नहीं दिया गया है जबकि कारोबारियों को अब भी धमकी मिल रही है।
व्यापारियों के आवेदन उपायुक्त कार्यालय में पड़े हैं। धनबाद बंद आंदोलन के समय आश्वासन देने वाले अधिकारी चुप्पी साधे हैं।
जिला प्रशासन के इस रवैये से व्यापारी नाराज हैं। कई व्यवसायियों ने बताया कि आत्मरक्षा के लिए हमें हथियार का लाइसेंस मिलना चाहिए, पर प्रशासन इसमें भी फेल साबित हो रहा है। ना हमें सुरक्षा दे रहा, ना ही हथियार। ऐसे में हम कैसें व्यापार करें? अपराधी बेखौफ हैं। हमारी जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है।
या तो दिलाए सुरक्षा या दिलाए आर्म्स लाइसेंस
पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन में समन्वय की कमी है। इसलिए आवेदन के तीन महीने बाद भी आर्म्स लाइसेंस निर्गत नहीं किया गया। व्यापारियों की सुरक्षा पर जिला प्रशासन को सजग रहने की जरूरत है।
अजय नारायण लाल, महासचिव, जिला चेंबर
पुलिस व्यापारियों को या तो सुरक्षा दे या आर्म्स लाइसेंस दिलाए। तभी व्यापारी अपने को सुरक्षित महसूस कर कारोबार कर सकेंगे। पुलिस और प्रशासन वादा निभाने में फेल हो गए। स्थिति नहीं सुधरी तो हम पलायन करने को मजबूर होंगे।
व्यवसायियों को सुरक्षा के नाम पर सिर्फ आश्वासन
अमित साहू, अध्यक्ष, झरिया चेंबर
पुलिस और प्रशासन अपराधियों पर कार्रवाई व व्यापारियों की सुरक्षा के नाम पर आश्वासन दे रहा है। जिस तरह अपराधी व्यापारियों को निशाना बना रहे, वह घातक है। इससे तो व्यापारी पलायन करने लगेंगे।
संजीव चौरसिया, अध्यक्ष, हीरापुर चेंबर
अपराधियों का हौसला बढ़ता जा रहा है। पूर्व एसएसपी संजीव कुमार के कहने पर आर्म्स लाइसेंस के लिए आवेदन दिए थे। अभी तक एक भी व्यापारी को लाइसेंस नहीं मिला। यह तो वादखिलाफी है।
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