कड़ाके की ठंड में डगमगा रहे ट्रेनों के पहिए, राजधानी-दूरंतो का भी हाल बेहाल; लेटलतीफी में सभी तोड़ रहे एक-दूसरे का रिकॉर्ड
Jharkhand News ठंड के साथ कोहरा छाने के बाद से ही जैसे ट्रेनों की चाल बिगड़ गई हैं और सभी लेटलतीफी में एक-दूसरे का रिकॉर्ड तोड़ने में लगे हुए हैं। यहां तक कि राजधानी-दूरंतो जैसे सुपरफास्ट ट्रेनों का भी हाल बेहाल है। इसी क्रम में हर दिन लेट जबलपुर से हावड़ा जाने वाली शक्तिपुंज लेटलतीफी का रिकार्ड तोड़ रही है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। कड़ाके की ठंड शुरू होने से पहले ही यात्री ट्रेनों की चाल बिगड़ गई है। धनबाद होकर गुजरने वाली राजधानी और दुरंतो जैसी ट्रेनों के पहिए भी थम-थम कर घूम रहे हैं। बुधवार की सुबह नई दिल्ली से हावड़ा और सियालदह जाने वाली दोनों राजधानी और बीकानेर-सियालदह दुरंतो एक्सप्रेस विलंब से पहुंची।
एक के बाद एक ट्रेनें हो रहीं विलंब
फिरोजपुर कैंट से आने वाली गंगा-सतलज सबसे अधिक विलंब हुई। अजमेर-सियालदह एक्सप्रेस लगभग पौन घंटे, मुंबई मेल आधे घंटे लेट से आयीं। गंगा-सतलज एक्सप्रेस दो घंटे विलंब से चल रही है। इस ट्रेन के गुरुवार को भी विलंब से पहुंचने की संभावना है। ऋषिकेश से हावड़ा जाने वाली दून एक्सप्रेस लगभग डेढ़ घंटे विलंब से चल रही है। इस ट्रेन के भी विलंब से आने के आसार हैं।
देर से आने वाली ट्रेनें
- फिरोजपुर कैंट से धनबाद आनेवाली गंगा-सतलज एक्सप्रेस 4 घंटे 32 मिनट देर से पहुंची।
- नई दिल्ली हावड़ा राजधानी एक घंटे लेट से धनबाद पहुंची।
- नई दिल्ली सियालदह राजधानी आधे घंटे देर से पहुंची।
- बीकानेर-सियालदह दुरंतो एक्सप्रेस डेढ़ घंटे विलंब से आयी।
शक्तिपुंज तोड़ रही लेटलतीफी का रिकाॅर्ड
हर दिन लेट जबलपुर से हावड़ा जाने वाली शक्तिपुंज लेटलतीफी का रिकार्ड तोड़ रही है। नवंबर के पहले पखवाड़े में हर दिन लेट आने वाली ट्रेन की चाल दूसरे पखवाड़े में भी नहीं सुधरी है। मंगलवार को ट्रेन साढ़े सात घंटे देर से आयी थी। बुधवार को भी तीन घंटे से ज्यादा लेट से पहुंची।
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