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Indian Railways: अब जनरल टिकट बुक करना हुआ आसान, हिंदी में आ गया यूटीएस मोबाइल एप; रेल-वालेट रिचार्ज पर बोनस भी

रेल मंत्रालय ने अपने ट्वीट में कहा है कि आनलाइन बुक करने के बाद टिकट एसएमएस व मेल के जरिये आ जाएगा जिसे चेकिंग टीम को दिखाया जा सकता है। इसके अलावा देश के 1600 स्टेशनों पर जगह-जगह क्यूआर कोड के बोर्ड लगाए जाएंगे। कोड स्कैन करके भी टिकट मिलेंगे।

By MritunjayEdited By: Updated: Tue, 28 Sep 2021 02:18 PM (IST)
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यूटीएस मोबाइल एप अब हिंदी में ( सांकेतिक फोटो)।
जागरण संवाददाता, धनबाद। अब रेल यात्री अनारक्षित टिकट हिंदी में भी आनलाइन बुक कर सकते हैं। साथ ही रेल-वालेट से भुगतान करने पर किराये में पांच फीसद रियायत मिलेगी। शीघ्र ही अन्य भारतीय भाषा में अनारक्षित टिकट लेने की सुविधा शुरू होने जा रही है। यह जानकारी रेल मंत्रालय ने ट्वीट कर दी। इससे जनरल टिकट बुक करना अब और आसान हो जाएगा।

अपनी भाषा में बुकिंग की सुविधा

रेलवे द्वारा लंबे समय से आरक्षित टिकट आनलाइन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसी तर्ज पर कुछ वर्ष पूर्व अनारक्षित टिकट इंटरनेट के माध्यम से लेने की सुविधा शुरू की गई थी। अनारक्षित टिकट के अधिकांश यात्री पैसेंजर ट्रेनों में सफर करने वाले होते हैं। टिकट बुक करते समय अंगे्रजी में स्टेशन का नाम पता लिखना होता था। इसके चलते अंग्रेजी न जानने वाले दूसरों का सहारा लेते हैं। रेलवे का मानना है कि इसके चलते अनारक्षित आनलाइन टिकट लेने वालों की संख्या में कोई खास बढ़ोतरी नहीं हुई और टिकट खिड़की पर भीड़ लगी रहती है। इसको देखते हुए ही अब रेल मंत्रालय ने अनारक्षित टिकट हिंदी में बुक करने की सुविधा प्रदान की है। इसके द्वारा मासिक टिकट व मासिक टिकट का नवीनीकरण भी कराया जा सकता है। गूगल प्ले स्टोर से यूटीएस एप डाउनलोड करने के बाद हिंदी भाषा का चयन कर त्वरित टिकट ले सकते हैं। रेलवे प्रशासन ने भुगतान के लिए सभी ई- बैकिंग सिस्टम व रेल वालेट की सुविधा दी है।

रेलवे स्टेशन से 25 मीटर की दूरी पर बनेगा टिकट

रेल मंत्रालय ने अपने ट्वीट में कहा है कि आनलाइन बुक करने के बाद टिकट एसएमएस व मेल के जरिये आ जाएगा, जिसे चेकिंग टीम को दिखाया जा सकता है। इसके अलावा देश के 1600 स्टेशनों पर जगह-जगह क्यूआर कोड के बोर्ड लगाए जाएंगे। कोड स्कैन करके भी टिकट ले सकेंगे। टिकट रेलवे स्टेशन से 25 मीटर की दूरी पर ही बन सकेगा।

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