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विज्ञान भारती पूरे वर्ष मनाएगा स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव; ऑनलाइन किया गया स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव कार्यक्रम Dhanbad News

विज्ञान भारती आजादी का अमृत महाेत्सव मनाएगा। यह एक-दो दिन नहीं बल्कि पूरे वर्ष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। वर्ष भर धनबाद से लेकर रांची जमशेदपुर गिरिडीह और हजारीबाग के शैक्षणिक संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

By Atul SinghEdited By: Updated: Sun, 15 Aug 2021 05:12 PM (IST)
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विज्ञान भारती आजादी का अमृत महाेत्सव मनाएगा। (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, धनबाद: विज्ञान भारती आजादी का अमृत महाेत्सव मनाएगा। यह एक-दो दिन नहीं बल्कि पूरे वर्ष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। वर्ष भर धनबाद से लेकर रांची, जमशेदपुर, गिरिडीह और हजारीबाग के शैक्षणिक संस्थानों एवं विश्वविद्यालयों में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसकी शुरुआत भी हो चुकी है। विज्ञान भारती झारखंड की ओर से स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव कार्यक्रम आनलाइन हुआ। यह महोत्सव भारतीय वैज्ञानिकों का स्वतंत्रता संग्राम में योगदान एवं भूमिका के रूप में मनाया गया।

कार्यक्रम की रूपरेखा प्रांतीय सचिव डा तेज बहादुर सिंह ने रखी। मुख्य अतिथि प्रो प्रदीप कुमार मिश्रा ने स्वतंत्रता आंदोलन में वैज्ञानिकों एवं शिक्षाविदों की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की। विज्ञान भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री जयंत रावत सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि अंग्रेजों ने भारत में आधुनिक विज्ञान का उपयोग इंग्लैंड के विकास के लिए किया। मसलन सर्वे आफ इंडिया का उपयोग प्राकृतिक संसाधनों का पता लगाने, रेल की स्थापना माल ढुलाई की सुविधा के लिए किया। सही अर्थों में विकास तभी संभव हो सकता है जब विज्ञान का उपयोग भारतीयों द्वारा भारत के हित में हो। उस समय महेंद्र लाल सरकार ने 1876 में पहली पूर्ण स्वदेशी संस्था इंडिया एसोसिएशन ऑफ कल्टीवेशन आफ साइंसेज की स्थापना की थी। अतिथियों का स्वागत करते हुए विज्ञान भारती के संरक्षक एवं सिम्फर निदेशक डा प्रदीप सिंह ने विज्ञान भारती के क्रियाकलापों एवं प्रयासों की सराहना की। कार्यक्रम की अध्यक्षता विज्ञान भारती झारखंड के अध्यक्ष डा अशोक कुमार सिंह ने की। इसका संचालन डा जय कृष्ण पांडे ने की। कार्यक्रम में लगभग 100 लोग जुड़े। इसका यूट्यूब पर लाइव प्रसारण भी किया गया।

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