जादू-टोना के आरोप में ग्रामीणों ने पुलिस के सामने दो महिलाओं को बनाया बंधक, दो लाख जुर्माना लगा किया मुक्त Pakur News
Pakur Black Magic News जादू-टोना के आरोप में ग्रामीणों ने पाकुड़ पुलिस के सामने दो महिलाओं को बंधक बना लिया। घंटों बंधक बनाए रखा। बिजली के पोल में बांधकर पिटाई की। इसके बाद पंचायती हुई। महिलाओं पर एक-एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।
By MritunjayEdited By: Updated: Thu, 23 Sep 2021 06:29 PM (IST)
जागरण संवाददाता, पाकुड़। झारखंड के संताल परगना में आदिवासी समाज के बीच अंधविश्वास कम होने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला पाकुड़ जिले के महेशपुर प्रखंड के घाटचोरा गांव का है। यहां जादू-टोना का आरोप लगा दो महिलाओं को घंटों बिजली के पोल में बांधे रखा गया। इस दाैरान महिलाओं की पिटाई भी हुई। सूचना मिलने के बाद पुलिस पहुंची। लाख कोशिश के बाद पुलिस को छुड़ाने में सफलता नहीं मिली। इसके बाद आदिवासी समाज की पंचायत हुई। पुलिस की उपस्थिति में पंचायती के दाैरान दोनों महिलाओं पर एक-एक लाख रुपये का जुर्माना किया गया। महिलाओं की तरफ से 20-20 हजार रुपये की अग्रिम दी गई। इसके बाद मुक्त किया गया। महिलाओं पर आरोप है कि वे अपने दुश्मन को मारने के लिए जादू-टोना कर रही थीं।
क्या है मामलाग्रामीणों ने बताया कि गांव के ही दो महिला सोहागिनी सोरेन व पकलु मुर्मू बुधवार सुबह गांव के एक अन्य व्यक्ति मंगल मुर्मू का मिट्टी का पुतला बनाकर लाल कपड़ा पहनाया। उसके बाद मंगल मुर्मू के पुतला को खटिया पर रखकर अंतिम संस्कार करने के लिए बगल के कब्रिस्तान में दोनों चली गई। इस दौरान दोनों महिला मंगल मुर्मू के पुतले को शव की तरह दफन कर दिया गया। दोनों महिलाओं के द्वारा अंधविश्वासी जादू टोना करते कुछ ग्रामीणों ने देख लिया। जिसको लेकर ग्रामीणों द्वारा पूछने पर दोनों महिलाओं ने बताया कि मंगल मुर्मू हम दोनों का दुश्मन है। इसलिए उसका पुतला बनाकर दाह संस्कार कर रहे हैं। ताकि वह एवं उसके पूरे परिवार की मृत्यु हो जाए। कथित रूप से दोनों महिलाओं की बात सुनकर ग्रामीण आक्रोशित हो गए। दोनों को पकड़ लिया। इसके बाद ग्रामीणों के द्वारा दोनों महिलाओं के साथ एक बैठक की गई। जिसमें ग्रामीणों ने दोनों महिलाओं को अंधविश्वासी जादू टोना करने के आरोप में अपने रीति रिवाज के अनुसार एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया। दोनों महिलाओं को बुधवार शाम तक ग्रामीणों को रुपया देने का मोहल्लत दिया गया।
पुलिस के सामने ग्रामीणों ने बनाया बंधकआदिवासी पंचायत द्वारा मोहल्लत दिए जाने के बाद दोनों महिला महेशपुर बैंक से रुपये निकाल कर ग्रामीणों को देने की बात कह कर गांव से निकल गई। इस दौरान दोनों महिला महेशपुर थाना पहुंचकर घटना की जानकारी महेशपुर थाना की पुलिस को दी। मामले को लेकर महेशपुर थना की पुलिस दोनों महिलाओं के साथ घाटचोरा गांव पहुंचती। पुलिस के साथ दोनों महिलाओं को देखते ही ग्रामीण आक्रोशित हो गए और ग्रामीणों की बात न मानने पर पुलिस के सामने ही दोनों महिलाओं को पकड़कर रस्सी के सहारे बिजली के खंभे में बांधकर बंधक बना लिया। इस दाैरान संख्या कम होने के पुलिस बेबस नजर आ रही थी। घटना को लेकर एसडीपीओ नवनीत हेम्ब्रम, महेशपुर सीओ रितेश जयसवाल, महेशपुर पुलिस, पाकुड़िया पुलिस व आमड़ापाड़ा पुलिस के अलावे महेशपुर के जेएसआइ शुभम कुमार सिंह, टिंकू रजक बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ गांव में तैनात हो गए।
पुलिस ने मांझी परगना का लिया सहारा ग्रामीणों के शांत नहीं होने के बाद पुलिस ने माझी परगना लहंती वैसी के जितेंद्र मुर्मू, कमलाकांत मुर्मू, संथाल परगना जगवार बैसी के सचीदा मरांडी, अनिल हेंब्रम सहित कई गांव के ग्राम प्रधानों को बुलाया गया। सभी के समझाने के पश्चात ग्रामीणों के बीच सुलहनामा हुआ सुलहनामा पत्र में उल्लेख किया गया है कि दोनों महिला अंधविश्वास का काम किया है। इससे समाज में गलत संदेश गया है। इसको देखते हुए दोनों महिलाओं को एक-एक लाख करके कुल दो लाख रुपये जुर्माना किया गया है। दोनों महिलाओं के द्वारा तत्काल 20 हजार रुपया ग्रामीणों को दिया गया है। बाकी की रकम दिनांक छह अक्टूबर को देने की बात की गई है। जिसके बाद ग्रामीण शांत होकर दोनों महिलाओं को छोड़ दिया। दोनों महिलाओं को चेतावनी देते हुए कहा कि आगे से इस तरह की अंधविश्वासी काम करने पर ग्रामीण कठोर निर्णय लेंगे।
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