ठंड में वायरल फीवर से बचना है तो इन बातों का रखें विशेष खयाल, डॉक्टर बोले- बच्चे और बुजुर्ग रहें सावधान
धनबाद में जैसे-जैसे तापमान में गिरावट हो रहा वैसे-वैसे वायरल फीवर की चपेट में लोग आ रहे हैं। शहर का न्यूनतम तापमान 25 से गिरकर 18 डिग्री सेल्सियस के पास पहुंच गया है। अस्पताल के शिशु रोग विभाग में सबसे ज्यादा मरीज पहुंच रहे हैं। ऐसे में डॉक्टरों ने सलाह दी है कि इस संक्रमण की चपेट में आने से बचने के लिए इन बातों का विशेष खयाल रखें।
जागरण संवाददाता, धनबाद। कोयलांचल में तापमान गिरने से लोग तेजी से वायरल संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। अक्टूबर की शुरुआती दिनों में दिन का तापमान जहां 35 डिग्री सेल्सियस तक था। अब माह के अंतिम दिनों में यह गिरकर 25 डिग्री सेल्सियस के पास आ गया है।
वहीं, न्यूनतम तापमान 25 से गिरकर 18 डिग्री सेल्सियस के पास आ गया है। तापमान में गिरावट के कारण लोग बीमार पड़ रहे हैं। शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के मेडिसिन विभाग और शिशु रोग विभाग में सबसे ज्यादा मरीज पहुंच रहे हैं।
दोनों विभागों में वायरल संक्रमण के लगभग 40 प्रतिशत मामले ज्यादा आ रहे हैं। मेडिसिन विभाग के डॉक्टर मणि कुमार बताते हैं कि तापमान में अचानक गिरावट आने से वायरल संक्रमण हो रहा है। इसमें सर्दी खांसी के साथ बुखार आ रही है।
'सबसे ज्यादा आ रही है खांसी की शिकायतें'
डॉ. मणि बताते हैं कि वायरल संक्रमण इस बार 5 से 7 दिनों तक आ रहा है। इस बार सबसे ज्यादा लोगों को खांसी की शिकायत हो रही है। यह खांसी कई लोगों को 15 दिनों तक चल रहा है।
छोटे बच्चों को यह ज्यादा प्रभावित कर रहा है। उन्होंने बताया कि बच्चे और बुजुर्गों में शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। यही वजह है कि वायरल संक्रमण की चपेट में बच्चे और बुजुर्ग ज्यादा आ रहे हैं।
'सुबह और शाम में रखें विशेष ख्याल'
डॉक्टर ने बताया कि तापमान गिरने का सबसे ज्यादा असर सुबह और शाम में देखने को मिल रहा है। पूरे शरीर ढकने वाले कपड़े पहने। बेहतर है कि सुबह में और शाम में टोपी जरूर पहनें और अपने कानों को ढकें। खाने में गर्म खाद्य पदार्थ का ही सेवन करें।
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