ट्रेन में महिला से बदतमीजी में अटेंडेंट गिरफ्तार, 10 जवान निलंबित
महिला ने जब अटेंडेंट से शिकायत की तो उसने बात सुनने से मना कर दिया। यही नहीं बदतमीजी से पेश आया।
धनबाद, जेएनएन। सियालदह-अजमेर एक्सप्रेस ट्रेन की वातानुकूलित कोच में शनिवार की सुबह करीब चार बजे एक महिला के सामान चोरी होने के बाद कोच अटेंडेंट द्वारा बदतमीजी किए जाने के बाद उसे जहां गिरफ्तार कर लिया गया, वहीं एस्कार्ट पार्टी के दस आरपीएफ जवानों को निलंबित कर दिया गया है। चोरी की घटना गोमो से पारसनाथ स्टेशन के बीच की है। आरोप है कि अटेंडेंट ने शराब के नशे में महिला यात्री से बदतमीजी की।
जानें, क्या है मामला : संगीता मिश्रा ने रेल पुलिस को दिए आवेदन में बताया है कि वह अपने पति और बच्चे के साथ सियालदह स्टेशन से ट्रेन की बी-3 बर्थ संख्या 58, 59 व 61 पर सफर कर रही थी। रात में जब भी उनकी नींद खुली तो एसी कोच का दरवाजा खुला हुआ पाया। इसकी शिकायत बार-बार कोच अटेंडेंट करने के बावजूद दरवाजा बंद नहीं किया गया। ट्रेन के पारसनाथ स्टेशन से खुलते ही एक चोर उनका पर्स लेकर चलती ट्रेन से कूद कर फरार हो गया। पर्स में 22 हजार रूपये व तीन मोबाइल समेत करीब दो लाख रूपये मूल्य के सामान थे। इसकी शिकायत जब उन्होंने अटेंडेंट से की तो उसने बात सुनने से मना कर दिया। वह बदतमीजी से पेश आया। इसकी जानकारी एस्कोर्ट कर रहे आरपीएफ जवानों को भी दी गई। इस पर एस्कोर्ट पार्टी ने अटेंडेंट को हिरासत में ले लिया। ट्रेन के गया पहुंचने पर उसे राजकीय रेल पुलिस (जीआरपी) गया के हवाले कर दिया गया।
लापरवाही में नपे आरपीएफ जवान : धनबाद रेल मंडल के वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त बिनोद कुमार ने इस मामले की जांच करने के बाद कार्य में लापरवाही बरतने का आरोप में एस्कोर्ट पार्टी के छह जवान व पारसनाथ स्टेशन पर तैनात चार जवान को निलंबित कर दिया। निलंबित जवानों में एस्कोर्ट पार्टी के एसी मिश्रा, ए खान, एनके नीरज, बीके झा, अमित कुमार और एके सिंह शामिल हैं, जबकि पारसनाथ स्टेशन पर तैनात जवानों में आरएन दुबे, लक्ष्मण सिंह, चंदन कुमार एवं सीडी राय हैं।