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लोकसभा चुनाव के परिणाम में उलटफेर! I.N.D.I.A गठबंधन के गढ़ में BJP की सेंध, भाजपा की इन सीटों पर JMM का कब्जा

संताल परगना में कुल तीन लोकसभा और 18 विधानसभा सीटें हैं और यहां 2024 के लोकसभा चुनाव के परिणाम में काफी उलटफेर हुआ है। साल 2019 में दुमका और गोड्डा भाजपा की झोली में और राजमहल सीट झामुमो के पास थी और अब दुमका व राजमहल झामुमो और गोड्डा भाजपा के पास है। ऐसे में लोकसभा के चुनावी नतीजों से संताल परगना में विधानसभा की केमेस्ट्री काफी दिलचस्प हुई है।

By Rajeev Ranjan Edited By: Shoyeb Ahmed Updated: Fri, 07 Jun 2024 06:41 PM (IST)
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लोकसभा चुनाव के परिणाम में उलटफेर (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, दुमका। लोकसभा के चुनावी नतीजों से संताल परगना में विधानसभा की केमेस्ट्री काफी दिलचस्प हो गई है। संताल परगना में कुल तीन लोकसभा और 18 विधानसभा सीटें हैं।

संताल परगना में 2024 का लोकसभा चुनाव परिणाम उलटफेर वाला रहा है। वर्ष 2019 में दुमका और गोड्डा भाजपा की झोली में और राजमहल सीट झामुमो के पास थी, लेकिन वह तस्वीर बदल गई है।

झामुमो के पाले में आई हैं ये सीटें

अब दुमका और राजमहल झामुमो और गोड्डा भाजपा के पास है। मतलब यह कि संताल परगना की दो सीटें अब झामुमो और एक सीट गोड्डा के पास है।

18 विधानसभा की सीटों पर गौर करें तो संताल परगना की सभी सात अनुसूचित जनजाति आरक्षित सीट दुमका, जामा, शिकारीपाड़ा, लिट्टीपाड़ा, महेशपुर, बोरियो और बरहेट के अलावा दो सामान्य सीट नाला और मधुपुर झामुमो के खाते हैं।

जबकि कांग्रेस के पास जरमुंडी, पोड़ैयाहाट, महगामा, जामताड़ा व पाकुड़ की सीट है और भाजपा के खाते में देवघर, गोड्डा, सारठ और राजमहल की सीट है। मतलब यह कि संताल परगना में झामुमो नौ सीटों के साथ नंबर एक, कांग्रेस पांच के साथ दूसरे और भाजपा चार सीटों के साथ तीसरे पायदान पर है।

गठबंधन के हिसाब से भी आइएनडीआइए को मिली इतनी सीटें

गठबंधन के हिसाब से भी आइएनडीआइए के पास 18 में से 14 सीट है जबकि भाजपा के पास चार है। लोकसभा चुनाव के दौरान जामा से झामुमो की विधायक सीता सोरेन भाजपा में शामिल हुई हैं जबकि बोरियो के झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम बागी होकर राजमहल से इस बार बतौर निर्दलीय प्रत्याशी ताल ठोंक रहे थे।

झामुमो ने अपने इन दोनों विधायकों पर अनुशानात्मक कार्रवाई करते हुए छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। लोकसभा के चुनाव परिणाम में भाजपा ने आइएनडीआइए के कब्जे वाली पांच सीट दुमका, नाला, जामा, पोड़ैयाहाट और जरमुंडी में बढ़त हासिल की है जबकि इंडी ले पाई है।

राजमहल लोकसभा क्षेत्र के छह विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के कब्जे वाले एकमात्र राजमहल विधानसभा क्षेत्र में ही आइएनडीआइए को बढ़त मिली, शेष झामुमो के कब्जे वाले पांच विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा को बढ़त मिली।

लोकसभा के चुनाव परिणामों से मिले नए संकेत

वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव परिणामों को विधानसभा क्षेत्रों के आधार पर गौर किया जाए तो संताल परगना में कई सीटों पर जीत-हार के बड़े मायने निकाले जा रहे हैं।

दुमका लोकसभा के छह सीटों में इस बार चार विधानसभा सीटों पर भाजपा को लीड मिली है जिसमें दुमका, नाला और जामा विधानसभा सीट झामुमो के खाते में हैं। दुमका लोकसभा में सारठ विधानसभा ही एकमात्र ऐसी सीट है जो भाजपा के कब्जे में है और यहां से उसे मामूली बढ़त मिली है।

जामताड़ा और शिकारीपाड़ा में इन्होंने की बढ़त हासिल

वहीं दुमका लोकसभा के जामताड़ा और शिकारीपाड़ा से झामुमो के नलिन सोरेन ने बढ़त हासिल किया है। इसमें एक सीट जामताड़ा कांग्रेस के पास और दूसरी शिकारीपाड़ा झामुमो के पास है।

अगर गोड्डा संसदीय सीट को देखा जाए यहां के चार विधानसभा सीटों पर आइएनडीआइए का कब्जा जरूर है लेकिन लोकसभाा चुनाव के नतीजे चौंकाने वाले हैं। जरमुंडी सीट कांग्रेस के पास है लेकिन भाजपा को बड़ी बढ़त मिली है।

पोड़ैयाहाट विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप यादव की है लेकिन भाजपा के डॉ.निशिकांत दुबे ने यहां से भी उन्हें शिकस्त देकर लीड लिया है। जबकि मधुपुर में झामुमो का कब्जा है और यहां से भी प्रदीप यादव को बड़ी बढ़त की आस को निराशा हाथ लगी है।

महगामा, राजमहल और अन्य सीटों पर इन्हें मिली जीत

महगामा सीट कांग्रेस के पास है लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी को यहां मामली बढ़त से ही संतोष करना पड़ा है। जबकि भाजपा के कब्जे वाली दो सीट गोड्डा और देवघर से लोकसभा चुनाव में भाजपा को बंपर लीड मिली है।

राजमहल सीट पर विजय हांसदा सांसद चुने गए हैं और उन्होंने यहां की सभी छह विधानसभा सीटों पर लीड लिया है जिसमें भाजपा के कब्जे वाली राजमहल राजमहल विधानसभा सीट भी शामिल है।

जबकि शेष पांच सीटों चार झामुमो महेशपुर, बोरियो, बरहेट और लिट्टीपाड़ा के अलावा कांग्रेस की पाकुड़ सीट पर भी विजय ने लीड ली है। बहरहाल, इस साल के अंत तक झारखंड में विधानसभा चुनाव होना तय है और लोकसभा के इस परिणाम को लेकर भी अभी से गुणा-भाग शुरु हो चुका है।

सारठ में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। 20 हजार से अधिक लीड घटकर एक हजार हो गई है। झामुमो ने भाजपा की ताकत को खत्म करने में सफलता हासिल की है। झामुमो अपने समर्पित व निष्ठावान कार्यकर्ताओं के दम पर बूथ स्तर पर मजबूत हुई है। विधानसभा चुनाव में इसका असर दिखना तय है।- शशांक शेखर भोक्ता, पूर्व स्पीकर सह झामुमो नेता, सारठ

संताल परगना ही नहीं पूरे राज्य में आइएनडीआइए ने अपनी ताकत का एहसास करा दिया है। दुमका लोकसभा सीट से भाजपा की करारी हार हुई है। राजमहल सीट पर हैट्रिक लगा है। गोड्डा सीट पर कांग्रेस ने मजबूती से चुनाव लड़ा लेकिन सफलता नहीं मिल पाई। विधानसभा में इस कसर को पूरा किया जाएगा।- श्यामल किशोर सिंह, प्रदेश प्रवक्ता, दुमका

राजमहल के विधायक ने क्या कहा?

लोकसभा चुनाव में भाजपा को संताल परगना में भले ही एक सीट का नुकसान हुआ है लेकिन भाजपा के प्रत्याशियों को आइएनडीआइए के कब्जे वाली पांच विधानसभा सीटों पर बढ़त मिलना उत्साहजनक है। हार के कारणों की समीक्षा होगा और विधानसभा चुनाव के मद्देनजर रणनीति तय होगी।

राजमहल में बदल हुई डेमोग्राफी और हिंदू मतदाताओं को मतदान से वंचित होना भी पिछड़ने का कारण बना है जिसकी शिकायत चुनाव आयोग से की गई है।- अनंत ओझा, विधायक, राजमहल

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