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कार्रवाई! स्पेनिश महिला से दुष्कर्म मामले की CID भी करेगी जांच, फोरेंसिक टीम ने बारीकी से जुटाए साक्ष्य

एक मार्च को दुमका के हंसडीहा में हुए सामूहिक दुष्कर्म कांड की जांच सीआईडी भी कर रही है और रविवार को रांची से सीआइडी के सहायक निदेशक संतोष सुधाकर के नेतृत्व में एक टीम घटनास्थल पहुंची। टीम ने स्थानीय पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ की और वहीं फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल का बारीकी से जांच भी की। टीम ने महिला व उसके पति के रुकने वाली जगह का मुआयना भी किया।

By Anoop Kumar Srivastava Edited By: Shoyeb AhmedUpdated: Sun, 03 Mar 2024 09:01 PM (IST)
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रविवार को दंपति को ब्यान के लिए कोर्ट लेकर जाते एसपी
अरविंद कुमार, हंसडीहा (दुमका)। दुमका के हंसडीहा में एक मार्च को हुए सामूहिक दुष्कर्म कांड की जांच सीआईडी भी कर रही है। रविवार को रांची से सीआईडी के सहायक निदेशक संतोष सुधाकर के नेतृत्व में एक टीम घटनास्थल पहुंची।

टीम ने उस जगह को देखा, जहां पर महिला व उसके पति रुके थे। उस जगह को भी देखा जहां पर दुष्कर्म को अंजाम दिया गया था। टीम ने स्थानीय पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ की। वहीं फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण कर कई महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्र किए।

फोरेंसिक टीम ने बरामद किया ये सामान

फोरेंसिक टीम के सहायक निदेशक डॉक्टर राबिन मिंज के नेतृत्व में डाक्टर जहांगीर इमाम व अभिषेक साहू की टीम ने घटनास्थल से कपड़ा, हेलमेट का टुकड़ा, झाड़ियों में पड़ी घड़ी (स्पेनिश महिला की), हेलमेट में लगने वाली फ्लड लाइट को बरामद किया।

एफएसएल के विशेषज्ञों की टीम ने नमूने और सबूत एकत्र किए। जामताड़ा से पहुंचे नीतीश बड़ाइक ने पंचनामा तैयार किया। स्पेशल ब्रांच के डीएसपी प्लेयर किस्कू भी रविवार को मौके पर पहुंचे और जांच की समीक्षा की। इधर, बाकी आरोपितों की धरपकड़ के लिए एसआइटी ने शनिवार को रातभर विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की।

महिला आयोग ने लिया स्वत: संज्ञान

स्पेनिश महिला से सामूहिक दुष्कर्म मामले में रविवार को राष्ट्रीय महिला आयोग ने स्वत: संज्ञान लिया। देर शाम को आयोग की सदस्य ममता कुमारी ने घटनास्थल का जायजा लेने के साथ परिसदन में पीड़ित महिला और उसके पति से मुलाकात की। आयोग ने सरकार की संवेदनहीनता और प्रशासन की लचर व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए घटना को दुखद बताया। पुलिस को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया।

उन्होंने घटना में शामिल सभी आरोपितों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है। आयोग ने कहा कि वर्ल्ड टूर पर निकली विदेशी दंपती के दुमका आने की जानकारी ना तो खुफिया विभाग को थी और न ही पुलिस को। कानून के रखवाले अपनी भूमिका समझ नहीं रहे है। सामूहिक दुष्कर्म की पूरी रिपोर्ट महिला आयोग को दी जाएगी।

न्यायालय में दर्ज हुआ पीड़िता का बयान

विवार की दोपहर पुलिस अधीक्षक विदेशी दंपती को अपने वाहन से बयान के लिए कोर्ट लेकर गए। जहां प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पीड़िता का 164 के तहत बयान दर्ज किया गया। शनिवार को इस बात की चर्चा थी कि दंडाधिकारी स्वयं परिसदन जाकर बयान लेंगे, लेकिन बाद में एसपी दोनों को लेकर कोर्ट पहुंचे।

डॉक्टरों ने तैयार की मेडिकल रिपोर्टसामूहिक दुष्कर्म के बाद शनिवार को पीड़िता की मेडिकल कालेज अस्पताल में मेडिकल जांच हुई थी। रविवार की सुबह दस बजे तक इसकी जांच रिपोर्ट लिख दी गई। गायनो डाक्टर संतोष साह ने डॉ. मिताली व अंकित भालोटिया के साथ मिलकर जांच रिपोर्ट तैयार की। यह रिपोर्ट पूरी तरह से गुप्त रखा गया है।

मुंबई से आकर अस्पताल की फोटोग्राफी की

हंसडीहा में ब्राजील मूल की स्पेनिश महिला से हुए सामूहिक दुष्कर्म से हर कोई हतप्रभ है। रविवार को मुंबई में रहने वाली पीड़िता की दो महिला मित्र व एक युवक दुमका पहुंचे। दोनों सबसे पहले मेडिकल कॉलेज अस्पताल गए और हर एंगल से पूरे अस्पताल की तस्वीरें कैद की। इलाज कराने वाली महिलाओं से अपनी भाषा में कुछ जानने का प्रयास किया, लेकिन महिलाएं कुछ बता नहीं सकी।

दोनों ने अस्पताल के अधीक्षक डॉ. ए. पूर्ति से मुलाकात की और पीड़िता के इलाज की जानकारी ली। उन्होंने पीड़िता से मिलने की इच्छा जाहिर की। इस पर अधीक्षक ने बताया कि महिला का इलाज बेहतर ढंग से हुआ है और ठीक होने के बाद चली गई है। इसके बाद दोनों ने परिसदन में जाकर पीड़िता से मुलाकात की।

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पुलिसिया तंत्र पर उठ रहे सवाल

टूरिस्ट वीजा पर भारत पहुंची स्पेन की महिला से सामूहिक दुष्कर्म की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा हो रही है। दुमका में विदेशी सैलानियों का आना-जाना लगा रहता है। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि पुलिस के पास ऐसे विदेशी नागरिकों की जानकारी क्यों नहीं रहती। जानकार कहते हैं कि पुलिस का सूचनातंत्र पहले से कमजोर हो चुका है। पहले प्रत्येक थाना क्षेत्र में ऐसी सूचनाएं संग्रहण के लिए एसपीओ होते थे।

हंसडीहा थाना में भी चार एसपीओ गुप्त जानकारी जुटाकर पुलिस की मदद करते थे। लेकिन एक कुछ महीने पूर्व सभी एसपीओ को हटा दिया गया। इसके बाद सूचनातंत्र के नाम पर ग्रामीण पुलिस के नाम पर चौकीदार हैं। हंसडीहा थाना की बात करें तो थाना क्षेत्र में 36 चौकीदार के पद हैं, लेकिन वर्तमान में महज 15 चौकीदार ही काम कर रहे हैं।

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