Jharkhand News: हाथरस भगदड़ के बाद भी लाचार प्रशासन? मेला में अव्यवस्था हावी! उठ रहे सवाल
हाथरस भगदड़ में निर्दोष लोगों की मौत के बाद भी पुलिस-प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े हो रहे हैं। दुमका के जरमुंडी स्थित सुखजोरा में वार्षिक मेले का आयोजन होता है। इसमें जबरदस्त भीड़ लगती है। ऐसे में भीड़ को काबू करने के लिए प्रशासन की तैयारियों पर सवाल उठ रहे हैं। आरोप लगाए जा रहे हैं कि प्रशासन की तैयारियां सिर्फ खानापूर्ति के लिए है।
संवाद सहयोगी, हंसडीहा (दुमका )। हाथरस में बीते दिनों सत्संग के बाद हुई भगदड़ में सैंकड़ों लोगों की मौत की घटना से सबक नहीं लेते हुए स्थानीय प्रशासन ने दुमका जिले के जरमुंडी प्रखंड के सुखजोरा नाग मंदिर में लगने वाले वार्षिक मेले में सुरक्षा के इंतजाम सिर्फ खानापूर्ति के लिए किया था।
हाथरस हादसे ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इसके बावजूद सुखजोरा नाग मंदिर मेले में भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की ओर से कुछ खास तैयारी नहीं की गई थी। मंदिर परिसर से लेकर हंसडीहा हाइवे पर मंदिर मोड़ तक इतनी भीड़ थी कि पैदल चलना मुश्किल लग रहा था।
पिछले साल हुई घटना में क्या हुआ?
इतनी भीड़ उमड़ने के बाद भी प्रशासनिक तंत्र पूरी तरह लाचार दिखा। सुबह नौ बजे पुलिस बल की एक टीम मेला स्थल पहुंची थी, जो भीड़ को संभालने में लाचार दिखी।
हजारों की भीड़ इकठ्ठा होने के बाद भी प्रशासन की ओर से की गई यह लापरवाही हैरान करने वाली थी। आपको यहां बता दें कि बीते साल इसी भीड़ के कारण मंदिर के पास बहने वाली एक नदी कुछ लोग गिर गए थे।
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