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'आदिवासियों के नहीं घुसपैठियों के सरदार हैं हेमंत सोरेन', हिमंत सरमा ने पूछा- भाभी के अपमान पर भी क्यों चुप हैं CM

Jharkhand Assembly Elections 2024 झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत का आह्वान करते हुए असम के मुख्यमंत्री और झारखंड के सह चुनाव प्रभारी हिमंत विस्वा सरमा ने हेमंत सोरेन सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन आदिवासियों के नहीं बल्कि घुसपैठियों के सरदार हैं। भाजपा की सरकार बनने पर राज्य से घुसपैठियों को बाहर निकाला जाएगा।

By Rajeev Ranjan Edited By: Mohit Tripathi Updated: Mon, 28 Oct 2024 05:06 PM (IST)
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आदिवासियों के नहीं घुसपैठियों के सरदार हैं हेमंत सोरेन: हिमंत सरमा।
जागरण संवाददाता , दुमका। झारखंड में दुमका जिले के चार विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नामांकन के बाद सोमवार को यज्ञ मैदान में आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए असम के मुख्यमंत्री और झारखंड के सह चुनाव प्रभारी हिमंत विस्वा सरमा ने राज्य में राजग की सरकार बनाने का आह्वान किया।

उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठ और हेमंत सरकार की वादा खिलाफी पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि हेमंत सोरेन आदिवासियों के नहीं घुसपैठियों के सरदार हैं।

उन्होंने कहा कि अगर झारखंड में भाजपा की सरकार बनी तो सबसे पहले यहां से एक-एक घुसपैठिया को लात मारकर बाहर निकाला जाएगा।

उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन का अपमान हो रहा है, लेकिन वह वोट की राजनीति के लिए खामोश हैं। उनमें इरफान अंसारी और आलमगीर आलम जैसे भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं है। कहा कि ये दोनों घुसपैठियों को संरक्षण देने वाले लोग हैं। अगर भाजपा की सरकार बनीं तो घंटा भर में ऐसे लोगों से निपटा जाएगा।

उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट की टिप्पणी आई है कि संताल परगना में घुसपैठ के कारण डेमोग्राफी बदली है। जब वह पाकुड़ गए तो उन्हें बताया गया कि आदिवासी और हिंदू महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा है। प्रतिबंधित मांस का टुकड़ा उनके घरों के सामने फेंक दिया जाता है। पाकुड़ के गायबथान में छात्राओं ने अपने साथ हुए अत्याचार की पीड़ा बयां किया।

उन्होंने कहा कि ऐसे कृत्यों को अब हरगिज बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भाजपा की सरकार बनने पर यहां के आदिवासियों की अस्मिता को बचाने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। आदिवासी महिला से शादी करने वाले घुसपैठिए के बच्चों को किसी तरह का सर्टिफिकेट नहीं दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि किसी भी विकास की योजना से ऐसे लोगों को चिह्नित कर वंचित किया जाएगा। बिना आदिवासी समाज के इजाजत के इनके मुखिया चुनाव लड़ने पर पाबंदी लगाई जाएगी।

युवाओं से उन्होंने कहा कि प्रश्न पत्र लिक करने वाले माफियाओं पर सीधी कार्रवाई होगी। पहली ही कैबिनेट में सीजीएल की परीक्षा को रद कर दो माह के अंदर नए सिरे से सीजीएल की परीक्षा आयोजित की जाएगी।

भाजपा के इन प्रत्याशियों ने किया नामांकन

  1. दुमका से सुनील सोरेन
  2. जामा से सुरेश मुर्मू
  3. शिकरीपाड़ा से परितोष सोरेन
  4. जरमुंडी से देवेंद्र कुंवर
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