झारखंड के इस जिले से लाल कृष्ण आडवाणी का है गहरा नाता, रथ यात्रा के दौरान पहली बार यहीं पर रखा गया था नजरबंद; यहां पढ़ें डिटेल
Jharkhand News लाल कृष्ण आडवाणी को आज भारत रत्न सम्मान से नवाजा गया है। वहीं झारखंड के इस जिले से उनका खास नाता रहा है। पहली बार 25 सितंबर 1990 में सोमनाथ से रथ यात्रा पर अयोध्या के लिए निकले लालकृष्ण आडवाणी को इसी जिले में नजरबंद रखा गया था। इसके बाद चार नवंबर 1990 को रिहा होकर हेलिकाप्टर से दिल्ली वापस गए थे।
पूरे इलाका को सील कर दिया था
देश के सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किए जाने पर उन्हें बहुत बधाई देते हैं। वह राम मंदिर आंदोलन के प्रहरी व हम सबके प्रेरणास्रोत रहे हैं। केंद्र सरकार को भी इसके लिए साधुवाद देते हैं।
बाबूलाल मरांडी, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा, झारखंड
पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने का निर्णय ऐतिहासिक है। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। आज देश गौरवान्वित महसूस कर रहा है।
सुनील सोरेन, भाजपा सांसद , दुमका
पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न के सम्मान से नवाजे जाने से पर काफी खुशी हो रही है। लालकृष्ण आडवाणी की यादें दुमका से विशेष तौर पर जुड़ी हुई है। दुमका के लोग उनकी यादों को संजोग कर रखा है।
डा.लुईस मरांडी, प्रदेश उपाध्यक्ष, भाजपा
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ओम केशरी, भाजपा नेता, दुमका