Move to Jagran APP

'नया बिहार' कह बेटे तेजस्‍वी का कद बढ़ाने में जुटे लालू यादव, मां राबड़ी देवी बोलीं- ले लअ सेल्‍फी, ठीक से ले

Lalu Yadav In Deoghar। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव अपनी पत्नी राबड़ी देवी के साथ देवघर दौरे पर हैं। सोमवार को दीवानी और बासुकीनाथ के फौजदारी दरबार में लालू यादव अपनी पत्नी के साथ विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने आईएनडीआईए के जीत की कामना की। वहीं लालू यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा।

By Rajeev RanjanEdited By: Shashank ShekharUpdated: Mon, 11 Sep 2023 04:22 PM (IST)
Hero Image
बासुकीनाथ मंदिर में लालू यादव व राबड़ी देवी को संकल्प कराते पुरोहित
राजीव, बासुकीनाथ, (दुमका): बढ़ती उम्र का असर भले ही लालू प्रसाद यादव की भाव-भंगिमा पर दिख जाए, लेकिन उनका ठेठ अंदाज व मिजाज अब भी बरकरार है। एक समय लालू यादव के चलने का अंदाज और बाल कटिंग को लेकर चर्चा होती थी तो वहीं, अब उनके राजनीतिक अनुभवों के लोग कायल हैं।

देवघर दौरे के दौरान सोमवार को दीवानी और बासुकीनाथ के फौजदारी दरबार में लालू यादव ने पूजा करने के बाद कहा कि आईएनडीआईए के जीत की कामना की है। 

उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने कुछ भी काम नहीं किया है। सिर्फ झूठ बोला है। देश-दुनिया में अत्याचार बढ़ गया है।

लालू यादव ने षोडशोपचार विधि से की पूजा

ऐसी मान्यता है कि फौजदारी दरबार बासुकीनाथ में भक्तों की अर्जी पर तुंरत सुनवाई होती है। लालू प्रसाद यादव एवं राबड़ी देवी को उनके पुरोहित दयानंद झा, पप्पू पत्रलेख शुभम कश्यप, गुड्डू एवं मिठ्ठू बाबा ने अभिष्ट कामना की पूर्ति के लिए षोडशोपचार विधि से पूजा-अर्चना कराया है।

संकल्प के दौरान लालू प्रसाद यादव अपने कांधे पर भगवा रंग की हरी पट्टी वाला गमछा धारण किए हुए थे। लालू यादव घुटने में दर्द की वजह से पूरी तरह से झुक नहीं पाते हैं, बावजूद इसके उन्होंने फौजदारी दरबार में पूरे विधि-विधा से पूजा-अर्चना की।

इसके बाद आरती कर वन विभाग के गेस्ट हाऊस के लिए रवाना हुए। इस दौरान उनके साथ झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, पूर्व मंत्री जयप्रकाश यादव, पूर्व विधायक संजय प्रसाद यादव, सुरेश पासवान, अमरेंद्र यादव समेत कई राजद नेता मौजूद थे।

लालू यादव ने दही-चूड़ा के साथ गुड़ की ली मिठास

पूजा के उपरांत वन विभाग के गेस्ट हाऊस में अल्पाहार की व्यवस्था की गई थी। हरी मिर्च खाने के शौकीन लालू प्रसाद यादव ने आज यहां दही-चूड़ा के साथ चीनी खाने के बजाए गुड़ की फरमाइश की तो कार्यकर्ता गुड़ लाने के लिए दौड़ पड़े। तकरीबन पांच मिनट के बाद गुड़ लेकर पहुंचे और लालू यादव को परोसा।

अल्पाहार में लालू प्रसाद के लिए दही, कतरनी चूड़ा के अलावा आलू-परवल की सब्जी, चना की घुघनी, मिठाई और जरदाहा का पेड़ा इंतजाम किया गया था। यह जिम्मेवारी महेश साह व रजनीकांत के जिम्मे थी।

वहीं, गेस्ट हाऊस परिसर में समर्थकों के लिए भी नाश्ते का प्रबंध किया गया था। सुरक्षा के मद्देनजर दुमका के एसपी पीतांबर सिंह खैरवार, एसडीपीओ नूर मुस्तफा, जरमुंडी के डीएसपी अमोद नारायण सिंह समेत कई पुलिस अधिकारी मुस्तैद थे।

लालू यादव की गाड़ी पर 'नया बिहार, नया नेतृत्व' का स्टीकर

लालू यादव और राबड़ी देवी जिस वाहन से बासुकीनाथ आए थे, उसके पीछे शीशा पर एक स्टीकर चिपका था। लिखा था 'नया बिहार, नया नेतृत्व' और इसके ठीक नीचे तेजस्वी की तस्वीर लगी थी।

गाड़ी पर बैठकर उन्होंने अपने पुरोहित दयानंद झा को दक्षिणा के तौर पर नगद रुपये दिए फिर कार्यकर्ताओं की ओर हाथ लहराते हुए देवघर के लिए रवाना हो गए।

सेल्फी और फोटो खिंचवाने की मची थी होड़

इस दौरान लालू यादव और राबड़ी देवी के साथ सेल्फी व फोटा खिंचवाने की होड़ लगी थी। मंदिर से लेकर गेस्ट हाऊस तक राजद कार्यकर्ता ही नहीं, बल्कि पुलिसकर्मी भी दोनों नेताओं के साथ फोटो खिंचवाने में जुटे थे।

एक कार्यकर्ता ने जब राबड़ी देवी के साथ सेल्फी लेना चाहा तो राबड़ी देवी पूरी सहजता से रूक गईं। कहा कि ले, लअ सेल्फी..। ठीक से फोटो ले लेल न.. और फिर वह आगे बढ़ गईं।

गेस्ट हाऊस के मुख्य द्वार पर तैनात एक पुलिसकर्मी भी लालू प्रसाद यादव के साथ फोटो खिंचवाने के लिए आतुर दिखे। कहा कि लालू जी के साथ फोटो खिंचवाकर जब बिहार जाएंगे तो वहां सबको दिखाकर कहेंगे कि हमने ही उन्हें बासुकीनाथ में पूजा करवाई थी।

एक पुलिसकर्मी ने भोजपुरी में कहा कि जब बिहार जाइब त एही फोटो अपन क्षेत्र के विधायक के भी दिखाइब।

यह भी पढ़ें: लालू यादव बोले- नरेंद्र मोदी सरकार का जाना तय, बताया कब और कहां होगी महागठबंधन की बैठक

अब बादल को जीतने से कोई नहीं रोक सकता- पंडा-पुरोहित

बासुकीनाथ मंदिर के मुख्य द्वार पर कुछ पंडा-पुरोहित आपस में लालू यादव-राबड़ी देवी के बारे में बात कर रहे थे। कह रहे थे कि समय की बात है।

वे लोग आपस में बोल रहे थे कि एक समय था जब लालू यादव की चाल-ढाल इतनी तेज हुआ करती थी कि कार्यकर्ता थक जाते थे, लेकिन अब उम्र का असर दिख रहा है। हालांकि, उनका क्रेज कम नहीं हुआ है।

यह भी पढ़ें: लंबे समय बाद देवघर पहुंचे लालू-राबड़ी, बाबा बैद्यनाथ की पूजा की; अब जाएंगे...

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।