साथ जीने-मरने की चाह में प्रेमी जोड़े ने खाया जहर, प्रेमिका की हुई मौत, अब प्रेमी की हालत में सुधार
प्रेमिका की शादी तय हो जाने के बाद से कन्हाई काफी परेशान रहने लगा था। उसने लड़की पर शादी तोड़ देने का भी दबाव दिया लेकिन घरवालों की इज्जत की खातिर उसने ऐसा करने से इंकार कर दिया।
जागरण संवाददाता, दुमका। प्रेमिका की शादी तय होने के बाद सोमवार की देर शाम दुमका के शिकारीपाड़ा में बसे लढ़वाकेंद गांव में प्रेमी युगल ने जान देने के लिए जहर खा लिया। दिन में प्रेमी व रात को प्रेमिका ने अपने ही घर में ऐसा किया। प्रेमी को बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया है। वहीं मंगलवार की शाम प्रेमिका ने मेडिकल कालेज अस्पताल में दम तोड़ दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव को स्वजन के सुपुर्द कर दिया गया।
क्या था पूरा मामला
लढ़वाकेंद गांव की युवती और गांव के कन्हाई गोस्वामी के बीच करीब दो साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। युवती दो बहनों में सबसे बड़ी थी। प्रेम प्रसंग की भनक लगने के बाद स्वजनों ने युवती का विवाह पश्चिम बंगाल के जयदेव नगर निवासी से तय कर दिया। आठ मार्च को हल्दी की रस्म होने वाली थी। होने वाले पति ने घर आना-जाना शुरू कर दिया था। युवती की शादी तय होने की जानकारी जब प्रेमी को मिली तो वह परेशान रहने लगा। कई बार प्रेमिका से कहा कि वह उसके बिना जी नहीं पाएगा। युवती भी इस शादी से खुश नहीं थी। सोमवार को गांव में एक जगह पर दोनों की मुलाकात हुई।
प्रेमी ने युवती पर बनाया शादी से इंकार करने का दबाव
प्रेमी ने युवती पर दबाव डाला कि वह शादी से इंकार कर दें, लेकिन घरवालों की खातिर उसने ऐसा करने से मना कर दिया। प्रेमिका के जाने के बाद कन्हाई ने जहर खा लिया। उसे बेहोश पड़ा देखने के बाद ग्रामीणों ने स्वजनों को सूचित किया, जिन्होंने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। हालत में सुधार नहीं होने पर बेहतर इलाज के लिए कन्हाई को रेफर कर दिया गया।
देर शाम को जब युवती को प्रेमी की हालत के बारे में पता चला तो उसने भी जहर खा लिया। रात को स्वजनों ने उसे भी मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया। जहां मंगलवार की शाम युवती की मौत हो गई। सूचना मिलने के बाद नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा तैयार कर शव का पोस्टमार्टम कराया।
इसी साल देनी थी मैट्रिक की परीक्षा
मृतका के बड़े पापा दिगंबर गोस्वामी ने बताया कि भतीजी विद्यालय में दसवीं की छात्रा थी। इसी साल उसकी मैट्रिक की परीक्षा थी। मर्जी के खिलाफ घरवालों ने उसकी शादी तय कर दी थी। इसी बात पर दोनों ने अलग अलग जगहों पर जहर खा लिया। भतीजी अब जिंदा नहीं है। कन्हाई की हालत में सुधार है।
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