नगर परिषद की चेतावनी पर झुका रेल प्रबंधन
जागरण संवाददाता दुमका नगर परिषद के लगातार नोटिस और पानी बंद करने की चेतावनी के बाद
जागरण संवाददाता, दुमका : नगर परिषद के लगातार नोटिस और पानी बंद करने की चेतावनी के बाद रेलवे जलकर का बकाया 26 लाख रुपया देने के लिए तैयार हो गया है। वह 28 माह से कर की अदायगी नहीं कर रहा था। रेलवे हर माह पानी की होने वाली खपत का आंकलन करने के लिए मीटर भी लगाने के लिए तैयार हो गया है। संभावना है कि तीन चार दिन के अंदर नगर परिषद को पैसा मिल जाएगा।
नगर परिषद दुमका रेलवे स्टेशन के अलावा कर्मियों के आवास तक पानी पहुंचाती है। इसके एवज में रेलवे को हर माह करीब 91 हजार का भुगतान करना होता है। रेलवे ने अक्टूबर 18 से लेकर फरवरी 21 तक 26 लाख रुपया कर के रूप में अदा नहीं किया। नगर परिषद जनवरी माह से पैसों के लिए लगातार दबाव बना रही थी। तीन नोटिस भेजने के बाद जब किसी तरह का जवाब नहीं दिया गया तो नगर परिषद में जनवरी के अंतिम माह भेजी गई नोटिस में सात दिन का समय दिया था। कहा कि अगर तय समय के अंदर भुगतान नहीं हुआ तो रेलवे को दिया जाने वाला पानी बंद हो जाएगा। इस नोटिस के बाद आसनसोल डिवीजन गंभीर हुआ और भुगतान की प्रक्रिया शुरू की। इंजीनियर ने जांच के बाद भेजी रिपोर्ट
आसनसोल डिवीजन के निर्देश पर जसीडीह के इंजीनियर ने मामले की जांच की। यह समझने का प्रयास किया कि कितना पैसा बकाया है। इंजीनियर ने सोमवार को जांच के बाद अपनी रिपोर्ट आसनसोल कार्यालय में समर्पित की। इसके बाद भुगतान का प्रक्रिया शुरू हुई। संभावना जताई जा रही है कि रेलवे तीन से चार दिन में 26 लाख रुपया भुगतान कर देगा।
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पानी की खपत नापने के लिए लगेगा मीटर
आसनसोल डिवीजन की ओर से पानी की खपत का पता करने के लिए मीटर लगाया जाएगा। इससे यह पता चलेगा कि रोज कितने लीटर पानी की खपत हो रही है। इसके लिए नगर परिषद से पत्राचार किया गया है। नगर परिषद ने मीटर लगाने में सहयोग की सहमति भी दी है।
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वर्जन
भुगतान की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। तीन से चार में खाते में पैसा आ जाएगा। पानी की खपत की मात्रा की जांच करने के लिए मीटर लगाने में सहयोग किया जाएगा। नगर परिषद को 28 माह के बाद पैसा मिलने वाला है।
राहुल जी आनंद जी, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद दुमका