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दिवंगत MLC के बेटे ने फिनाइल पीकर की जान देने की कोश‍िश, अस्‍पताल में भर्ती; दो साल से एरियर का पैसा न मिलने पर उठाया कदम

Jharkhand News दो साल से एरियर के लिए चक्कर काट रहे दुमका की दिवंगत एमएलसी स्टेनशिला हेम्ब्रम के 41 वर्षीय बेटे और एसपी कॉलेज में कर्मचारी अमर आर्चर टुडू ने सोमवार को सिदो कान्हु मुर्मू विवि में फिनाइल पीकर जान देने का प्रयास किया। साथियाें ने गंभीर हालत में उन्हें मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी।

By Rajeev Ranjan Edited By: Prateek Jain Updated: Tue, 11 Jun 2024 09:40 AM (IST)
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अमर को अस्पताल लेकर जाते प्राचार्य व सहयोगी।

संवाददाता जागरण, दुमका। दो साल से एरियर के लिए चक्कर काट रहे दुमका की दिवंगत एमएलसी स्टेनशिला हेम्ब्रम के 41 वर्षीय बेटे और एसपी कॉलेज में कर्मचारी अमर आर्चर टुडू ने सोमवार को सिदो कान्हु मुर्मू विवि में फिनाइल पीकर जान देने का प्रयास किया।

साथियाें ने गंभीर हालत में उन्हें मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी। पत्नी ने इसके लिए एसपी कालेज और विवि प्रशासन को दोषी ठहराया है।

नॉन टीचिंग स्‍टाफ में है ड्यूटी

पत्नी अनीता मुर्मु ने बताया कि पति ने अक्टूबर 2012 में एसपी कालेज में नॉन टीचिंग स्टाफ के रूप में योगदान किया। योगदान करने के बाद से उन्हें एरियर नहीं दिया जा रहा था। वर्ष 2015 में इसके लिए हाईकोर्ट में केस किया। जून 2022 को अदालत ने एरियर भुगतान करने का आदेश दिया।

इसके बाद से पति लगातार एरियर के लिए कालेज से विवि के चक्कर लगाते रहे। उन्होंने आश्वासन देकर लौटा दिया जाता था। जानबूझकर परेशान करने की वजह से तनाव में आ गए। विवि प्रशासन ने कई बार एसपी कालेज से उनकी फाइल समेत अन्य दस्तावेज मांगे, लेकिन एक महिला कर्मचारी ने आज तक कागज नहीं बढ़ाया। जब भी विवि से मांग की जाती तो महिला कर्मचारी भड़क जाती थी।

पत्‍नी ने विवि प्रशासन पर लगाए आरोप

परेशान होकर पति ने जान देने के लिए फिनाइल पी लिया। पत्नी ने बताया कि विवि प्रशासन भी पति के साथ सौतेला व्यवहार करता है। उनके साथ योगदान करने वालों को एरियर शुरू से ही मिल रहा है, लेकिन पति को आज तक वंचित रखा गया है।

जान देने की कोशिश की जानकारी मिलने पर कालेज के प्राचार्य केपी यादव व साथ काम करने वाले कर्मी अस्पताल पहुंचे और पूरे घटनाक्रम की जानकारी लेने के बाद हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।