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    आवारा कुत्तों का नहीं रुक रहा हमला, देवघर में खेल रहे ढाई साल के बच्चे को नोचा; मां ने बचाई जान

    दुमका और आसपास के जिलों में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है। देवघर के पालाजोरी में एक कुत्ते ने ढाई साल के बच्चे पर हमला कर दिया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। बच्चे की मां ने पत्थर मारकर उसकी जान बचाई। दुमका शहर में भी कुत्तों का आतंक है जिससे लोग दहशत में हैं।

    By Rajeev Ranjan Edited By: Piyush Pandey Updated: Mon, 18 Aug 2025 05:48 PM (IST)
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    गली में खेल रहे बालक पर कुत्ते का हमला। (जागरण फोटो)

    जागरण संवाददाता, दुमका। दुमका और इसके आसपास जिले में आवारा कुत्तों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार काे देवघर जिले के पालोजोरी थाना के महुआडाबर गांव में गली में खेल रहे ढाई साल के शकीबुल हसन पर आवारा कुत्ता ने हमला कर दिया।

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    कुत्ते ने बालक के चेहरे पर कई बार काटा। किसी तरह से मां ने पत्थर मारकर बेटे की जान बचाई। बालक को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

    मां खुशबू बीबी ने बताया कि दोपहर को बेटा गली में खेल रहा था। करीब दस मिनट के बाद बेटे के शोर मचाने की आवाज सुनकर दौड़ी आई तो देखा कि एक कुत्ता बेटे को नोंच रहा है। बेटा जितना शोर मचा रहा था, कुत्ता उतना ही उसे नोंच रहा था।

    पहले कुत्ता को खाली हाथ से डराकर भगाने का प्रयास किया, लेकिन उसने बेटे को नहीं छोड़ा। किसी तरह से हिम्मत कर पत्थर मारा तो वह बेटे को छोड़कर भाग गया।

    वहीं, चाचा इस्माइल हसन ने बताया कि इस समय पालोजोरी में आवारा कुत्तों का आतंक है। रविवार से सोमवार की दोपहर तक आवारा कुत्ते 33 लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं। सभी का पालोजोरी में इलाज किया गया। भतीजा को कई जगह पर काटा था, इसलिए डॉक्टर की सलाह पर दुमका लेकर आए।

    उन्होंने बताया कि पालोजोरी में तो आवारा कुत्तों की वजह से लोगों ने अपने बच्चों का घर से निकलना बंद कर दिया है। कुत्ते झुंड में बैठे रहते हैं और छोटे बच्चे को देखकर हमला कर देते हैं। गनीमत थी कि भतीजे पर एक की कुत्ता ने हमला किया, अगर संख्या अधिक होती तो कुछ भी अनहोनी हो सकती थी।

    दुमका में भी कुत्तों का आतंक

    दुमका शहर में भी इन दिनों कुत्तों का आतंक है। शहर की ऐसी कोई गली नहीं है, जहां कुत्ताें का जमघट नहीं लगा रहता हो। कुत्ते कब किसी पर हमला कर दें, यह कोई नहीं जानता है। कुत्तों से बचने के लिए लोगों ने सुबह की सैर का समय बदल दिया है। शहर में रोज तीन लोग आवारा कुत्तों का शिकार बनने के बाद अपना इलाज करा रहे हैं।