Jharkhand News: '7 साल बाद एग्जाम, अब एक ही दिन तीन परीक्षा' JSSC के खिलाफ सड़क पर उतरे छात्र, दे डाली ये चेतावनी
दुमका में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों का गुस्सा फुट पड़ा। इस दौरान सड़क पर उतर छात्रों ने जेएसएससी के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरा छात्रों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा। दरअसल 21 जनवरी को एक ही दिन में तीन-तीन प्रतियोगी परीक्षाओं का एलान किया गया है। इसे लेकर छात्रों में आक्रोश है। कहना है कि एक ही दिन में परीक्षा कैसे अटेंड कर पाएंगे।
जागरण संवाददाता, दुमका। एक ही दिन यानि 21 जनवरी को जेपीएससी बैकलॉग, सीजीएल व सीटीईटी की परीक्षा तिथि निर्धारित होने के विरोध में सोमवार को छात्र समन्वय समिति के सदस्यों ने शहर में जनाक्रोश रैली निकाली। इस दौरान उपायुक्त को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन दिया।
वहीं, छात्रों ने चेतावनी दी कि अगर सभी परीक्षाओं की तिथि में बदलाव नहीं किया गया तो नाकेबंदी की जाएगी। मंत्रियों का विरोध जताया जाएगा।
एसपी कॉलेज से छात्र नेता श्यामदेव हेम्ब्रम व राजीव बास्की की अगुवाई में बड़ी संख्या में छात्र सड़क पर उतरे। शहर का भ्रमण किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। रैली समाहरणालय परिसर पहुंची, यहां भी छात्रों ने सरकार व मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की और उपायुक्त की अनुपस्थिति में एसडीओ को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन दिया।
'JSSC ने छात्रों को किया गुमराह'
श्यामदेव ने कहा कि जेएसएससी ने जिस तरह से तीन प्रतियोगी परीक्षा तिथि एक दिन देकर छात्रों को गुमराह किया है। सरकार से मांग है कि स्थानीय व नियोजन नीति को राज्यपाल बार-बार वापस कर रहे हैं। इसी नीति के आधार पर परीक्षा तिथि घोषित की जाए। सरकार के पास अपना विधि-विभाग है। लोगों की राय लेकर नीति बनाई जाए।
सात साल के बाद परीक्षा हो रही है और उसमें भी तिथि एक कर दी गई है। अगर सरकार ने उनकी मांग पूरी नहीं किया गया तो आर्थिक नाकेबंदी के साथ मंत्रियों का विरोध किया जाएगा।
'छात्रों को ठग रही है सरकार'
राजीव ने कहा कि प्रदेश में युवा व छात्र रो रहे हैं। अभिभावक अपने बच्चों को पढ़ाकर नौकरी की उम्मीद रख रहे हैं और सरकार लगातार छात्रों को ठग रही है। सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वह छात्रों से रोजगार छीनना चाहती है तो इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। छात्र अब चुप बैठने वाले नहीं हैं।
छात्रों की उम्र सीमा पार होती जा रही है। एक दिन में तीन परीक्षा में अधिकांश छात्र शामिल ही नहीं हो पाएंगे। पारदर्शिता के साथ परीक्षा लेकर परिणाम घोषित किया जाए। जेएसएससी के चेयरमैन जिस तरह की गलती कर रहे हैं, उन्हें तत्काल बर्खास्त किया जाए।
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