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झारखंड: गढ़वा में किसानों के नाम पर 60 लाख रुपये की हेराफेरी, बड़ा खुलासा; पूरा मामला जानिए...

Jharkhand News झारखंड के गढ़वा जिले के 4568 किसानों के नाम पर अरहर के फसल में दवा छिड़काव के लिए उपलब्ध 60 लाख रुपये की अवैध निकासी का मामला सामने आया है। इसकी जांच कर डीसीएलआर ने जांच रिपोर्ट उपायुक्त को भेजा है। पूरा मामला समझिए...

By Jagran NewsEdited By: Sanjay KumarUpdated: Sat, 19 Nov 2022 08:30 AM (IST)
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Jharkhand News: गढ़वा में किसानों के नाम पर 60 लाख रुपये की हेराफेरी।

गढ़वा, संस। Jharkhand News कृषि प्रौद्योगिकी अभिकरण संस्थान (आत्मा) द्वारा अरहर के फसल पर दवा छिड़काव के नाम पर किसानों के फर्जी हस्ताक्षर कर 60 लाख रुपये के गबन का मामला प्रकाश में आया है। यह मामला डीसीएलआर द्वारा किए गए जांच में उजागर हुआ है। इसकी जांच कर डीसीएलआर ने जांच रिपोर्ट उपायुक्त को भेजा है। यह मामला वित्तीय वर्ष 2012-13 का है, लेकिन इसकी जांच रिपोर्ट हाल ही में सौंपी गई है।

बताते चलें कि एनएफएसएम के एडिशनल एरिया कवरेज पिगेनपी प्रोग्राम के तहत आत्मा को 60 लाख रुपये किसानों के अरहर की फसल पर कीटनाशक के छिड़काव के लिए मिले थे। लेकिन जिला जिला कृषि पदाधिकारी सह प्रभारी आत्मा द्वारा इसके लिए सप्लायर जीतेंद्र कृषि विज्ञान केंद्र गढ़वा को पूरी राशि यानी 60 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया। जबकि जांच रिपोर्ट में डीसीएलआर ने जीतेंद्र कृषि विज्ञान केंद्र के चयन पर ही सवाल खड़े किए हैं। साथ ही चयन के लिए तकनीकी योग्यता का आधार संबंधित सवाल पर भी जांच के दौरान विभाग के पदाधिकारियों ने संतोषप्रद जबाब भी नहीं दे सके हैं।

क्या है डीसीएलआर के जांच रिपोर्ट में

जांच रिपोर्ट के अनुसार, राज्य कृषि निदेशालय द्वारा शारदा एग्रो एजेंसी को निविदा के लिए चयनित किया गया था। जबकि डीसीएलआर की जांच में यह भी सामने आया है कि वितरण से संबंधित सूची में लाभुक किसानों की जगह एकही व्यक्ति द्वारा अधिकांश हस्ताक्षर किए जाने की बात भी उजागर हुआ है। जबकि वितरण से संबंधित दस्तावेज में किसानों की जमीन का खाता, प्लौट आदि अंकित नहीं है। वहीं भू-धारिता की प्रमाणिकता भी राजस्वकर्मी से सत्यापित नहीं कराई गई है। जांच रिपोर्ट में डीसीएलआर ने इसके लिए प्रखंडवार गहन जांच कराने की अनुशंसा की है।

इन प्रखंडों के किसानों के नाम पर हुई है निकासी

  • गढ़वा प्रखंड के 682 किसानों के 1216 हेक्टेयर जमीन के लिए नौ लाख 10 हजार रुपये,
  • रमना प्रखंड के 455 किसानों के 1351 हेक्टेयर जमीन के लिए 10 लाख 12 हजार रुपये,
  • कांडी प्रखंड के 497 किसानों की 884 हेक्टेयर जमीन के लिए छह लाख 62 हजार रुपये,
  • भवनाथपुर प्रखंड के 742 किसानों की 925 हेक्टेयर जमीन के लिए छह लाख 93 हजार रुपये,
  • केतार प्रखंड के 669 किसानों की 825 हेक्टेयर जमीन के लिए छह लाख 18 हजार रुपये,
  • सगमा प्रखंड के 781 किसानों के 1269 हेक्टेयर जमीन के लिए नौ लाख 49 हजार रुपये,
  • डंडई प्रखंड के 274 किसानों की 668 हेक्टेयर जमीन के लिए पांच लाख रुपये तथा
  • डंडा प्रखंड के 468 किसानों की 869 हेक्टेयर जमीन के लिए छह लाख 50 हजार रुपये।
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