झारखंड में अब अपराधियों की खैर नहीं! प्रशासन करने जा रहा ये बड़ा काम, खंगाली जा रही कुंडली
झारखंड के गिरिडीह में अपराधियों पर लगाम कसने की तैयारी हो रही है। इसके लिए अपराधियों के कुंडली खंगाले जा रहे हैं। ऐसे में फर्जी बेलरों की पहचान भी हो रही है। पुलिस एक्शन में है। एसपी ने कहा कि अगर कोई अपराध कर बच निकलने की सोच रहे तो वह किसी भी मुगालते में ना रहे। उन्हें ढूंढ कर पुलिस निकालेगी और सजा दिलाएगी।
जागरण संवाददाता, गिरिडीह। किसी भी प्रकार की अपराध की घटना को अंजाम देने की मंशा रखने वाले आपराधिक प्रवृति के लोग सचेत हो जाएं क्योंकि गिरिडीह पुलिस उनकी आपराधिक कुंडली खंगालना प्रारंभ कर दी है। ऐसे में अगर काई अपराध कर बच निकलने की सोच रहे तो वह किसी भी मुगालते में ना रहे।
उन्हें ढूंढ कर पुलिस निकालेगी और सजा दिलाएगी। उक्त बातें एसपी ने बातचीत के क्रम में अपराधियों के खिलाफ काफी तल्ख तेवर में कही। कहा कि अपराधियों व आपराधिक प्रवृति के लोगों के लिए संदेश है कि अपने आप में सुधार लाएं ताकि पूरा परिवार खुशहाल रह सकें। अन्यथा सलाखों के पीछे जाने से कोई नहीं बचा सकता।
फर्जी बेलरों की भी हो रही पहचान
अपराधियों के अलावा फर्जी बेलर बनने वाले लोगों के साथ-साथ इसमें संलिप्ततों की भी पहचान की जा रही है। ऐसे लोग कोर्ट परिसर में फर्जी बेलर के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं। कोई फर्जी बेलर नहीं बन सके और अपराधियों को सजा दिलाने के लिए पुलिस यह कवायद शुरू की है।चुनाव को लेकर भी अलर्ट
एसपी ने बताया कि आसन्न संसदीय चुनाव को लेकर भी पुलिस की टीम अलर्ट मोड में आ चुकी है। थानों में दर्ज 107 के मामलों को भी खंगाला जा रहा है। वहीं चुनाव व चुनाव से पूर्व किसी भी प्रकार की अपराध की साेच रखने वालों पर पुलिस की नजर है और उनसे सख्ती से निबटा जाएगा ताकि चुनाव शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो सके। बताया कि अपराधियों के खिलाफ साक्ष्य जुटाने के लिए जिले में एफएसएल की टीम सक्रिय है।
यह टीम किसी भी प्रकार की हत्या व अन्य वारदात होने पर तुरंत ही मौके पर पहुंचेगी और रक्त संग्रह से लेकर अन्य साक्ष्य को एकत्रित कर जांच को अंतिम रूप देकर रिपोर्ट सौंपेगी। कहा कि जिले में डाग स्क्वायड के लिए विभागीय पत्राचार किया गया है। फिलहाल घटना पर हजारीबाग से डाग स्क्वायड बलाया जाता है। उम्मीद जताया है कि जल्द ही विभाग की ओर से जिले को डाग स्क्वायड मिल जाएगा।
अलग-अलग सेल में रखे गए साइबर अपराधी
साइबर अपराध के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजे गए अपराधियों को अलग-अलग सेल में रखवाया गया है। पहले इन्हें एक ही सेल में रखा जाता था। इसमें संभावना रहती थी कि ये एक-दूसरे के साथ रहकर साइबर अपराध की तरह-तरह की तकनीक सीखकर उसका उपयोग करते होंगे। इसी को ध्यान में रखकर जेल प्रशासन के सहयोग से सभी साइबर अपराधियों को अलग-अलग सेल में अब रखा जाता है।
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