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जैन तीर्थस्थल मधुबन को रेललाइन से जोड़ पर्यटन को बढ़ावा दे सरकार

जागरण संवाददाता गिरिडीह प्रसिद्ध जैन तीर्थस्थली मधुबन को रेल लाइन से जोड़कर पर्यटन के क्षेत्र

By JagranEdited By: Published: Mon, 08 Mar 2021 06:32 PM (IST)Updated: Mon, 08 Mar 2021 06:32 PM (IST)
जैन तीर्थस्थल मधुबन को रेललाइन से जोड़ पर्यटन को बढ़ावा दे सरकार

जागरण संवाददाता, गिरिडीह : प्रसिद्ध जैन तीर्थस्थली मधुबन को रेल लाइन से जोड़कर पर्यटन के क्षेत्र को और विकसित करने को लेकर पारसनाथ से गिरिडीह भाया मधुबन रेल लाइन निर्माण कार्य प्रारंभ करने की मांग की गई है। यह मांग गिरिडीह चैंबर ऑफ कॉमर्स के जिला अध्यक्ष निर्मल झुनझुनवाला ने पत्र लिखकर यात्रियों को ज्यादा से ज्यादा रेल सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर सांसद से की है।

पत्र में कहा है कि पारसनाथ स्टेशन से मधुबन होते हुए गिरिडीह के लिए नई रेललाइन की आधारशिला तीन वर्ष पूर्व रखी गई थी, लेकिन इसमें फिलहाल कोई प्रगति नहीं हो सकी है। इस लाइन का निर्माण कार्य पूरा होने से व ट्रेनों के परिचालन से विश्व की सबसे बड़ी जैन तीर्थस्थली पा‌र्श्वनाथ में पर्यटन काफी आसान हो जाएगा। गिरिडीह से कोलकाता एवं पटना आने-जानेवालों के लिए पटना कोलकाता आनंद विहार एक्सप्रेस में दो बोगियां, एक स्लीपर व एक एसी थ्री कोच जोड़ा जाता था। यह मधुपुर-गिरिडीह पैसेंजर ट्रेन में जुड़कर गिरिडीह आती-जाती थी। कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन के बाद इसे विभाग ने वापस ले लिया है जिससे यात्रियों को परेशानी होने लगी है। झाझा-गिरिडीह नई रेललाइन बीते दस वर्षों से प्रस्तावित है लेकिन इसे आज तक धरातल पर नहीं उतारा जा सका है।

वहीं गिरिडीह के लोहा उद्योगों में प्रतिमाह साठ रैक आयरन व कोयले की खपत होती है लेकिन रैक प्वाइंट के अभाव में ये रैक कोडरमा व भागा स्टेशन आते हैं। इससे उद्यमियों को सामग्री की ढुलाई में अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ता है। झुनझुनवाला ने सांसद को लिखे पत्र के माध्यम से पटना-कोलकाता के लिए बोगी जोड़ने की सेवा पुन: बहाल करने, पारसनाथ गिरिडीह भाया मधुबन रेल लाइन का निर्माण प्रारंभ कराने, गिरिडीह व महेशमुंडा स्टेशन के बीच व गिरिडीह से नजदीक सीसीएल रेल लाइन के मुख्य मार्ग से जुड़नेवाले स्थान के पास एक रैक प्वाइंट का निर्माण कराते हुए उद्यमियों को सुविधा दिलाने की मांग की है। जिले के यात्रियों को रेल सुविधा उपलब्ध कराने व पूर्व से मिल रही सुविधा में विस्तार करने का भी आग्रह किया गया है।


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