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Jharkhand News: लापरवाही या अनदेखी? गिरिडीह में झाड़ियों में दबा विकास, खुले में शौच को विवश लोग; फैल रही गंदगी

गिरिहीड में शौचालय के बीच फैली गंदगी विकास की पोल खोलती नजर आ रही है। इससे आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शौचालय बंद होने से आम लोग बाहर शौच करने को मजबूर हैं। इससे बाहर में गंदगी फैल रही है। बताया जा रहा है कि जब से इस शौचालय को बनाया गया है तब से ताला ही लटका हुआ है।

By Sakal Dev PanditEdited By: Shashank ShekharUpdated: Sat, 21 Oct 2023 12:24 PM (IST)
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लापरवाही या अनदेखी? गिरिडीह में झाड़ियों में दबा विकास, खुले में शौच को विवश लोग

संवाद सहयोगी, बिरनी (गिरिडीह)। झारखंड के गिरिडीह में बिरनी प्रखंड के भरकट्टा बाजार में 2017 में विधायक मद से 10 लाख रुपये की लागत से निर्मित सामुदायिक शौचालय कचरे व झाड़ियों के बीच बिना उपयोग के ही दब कर रह गया है।

शौचालय नहीं रहने के कारण बाजार करने के लिए आने वाले लोगों के साथ-साथ यहां के दुकानदारों को शौच के लिए काफी परेशानी होती है। शौच बंद रहने से आमजनों व दुकानदारों को खुले में शौच जाना पड़ता है, लेकिन इस ओर न तो अधिकारियों का ध्यान है और न ही जनप्रतिनिधियों का।

विधायक मद से बनवाया गया था सामुदायिक शौचालय

बताया जा रहा है कि बाजार को स्वच्छ रखने के लिए तत्कालीन विधायक नागेंद्र महतो ने विधायक मद से सामुदायिक शौचालय बनावाया था। शौचालय बनने के बाद से जो ताला लटका है, वह अब तक खुला ही नहीं। शौचालय के बाहर ही लोग शौच करने व गंदगी फैलाने को मजबूर हैं, जबकि भरकट्टा बाजार जिला का प्रसिद्ध बाजार है।

शौचालय चालू रहने से बाहर से आने वाले लोगों के साथ-साथ महिलाओं को काफी सहूलियत मिल सकती थी। स्थानीय ग्रामीण किसी से कुछ बोल नहीं सकते हैं। यदि कोई मुंह खोलता है तो आपस मे मनमुटाव व फिर झगड़ा की नौबत आ जाती है।

इसकी जांच कर ठीक कराया जाएगा- BDO

ग्रामीण नीलकंठ मंडल ने कहा कि शौचालय बना जरूर, लेकिन संचालन नहीं हो रहा है। इससे आम लोगों काफी परेशानी होती है। यदि शौचलय चालू हो जाता तो जहां-तहां शौच करने को लोग मजबूर नहीं होते। इस बारे में बीडीओ सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि इसकी जांच कर ठीक कराया जाएगा।

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