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जेल से रिहाई के बाद पहली बार गिरिडीह पहुंचे CM हेमंत, पत्नी कल्पना भी रहीं साथ; अफसरों संग की बड़ी बैठक

Giridih News जेल से रिहाई और दोबारा मुख्यमंत्री पद की कुर्सी संभालने के बाद पहली बार हेमंत सोरेन गिरिडीह पहुंचे। इस दौरान उनके साथ उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी रहीं। गिरिडीह के दौरे पर पहुंचने के बाद उन्होंने पत्नी कल्पना संग मरांग बुरु के दरबार में मत्था टेका। इसके साथ ही साथ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक स्थिति का जायजा लिया।

By Jagran News Edited By: Shashank Shekhar Updated: Fri, 19 Jul 2024 05:41 PM (IST)
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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन। फोटो- जागरण
जागरण संवाददाता, गिरिडीह। करीब 5 महीने बाद जेल से रिहाई और दोबारा मुख्यमंत्री पद की कुर्सी संभालने के बाद हेमंत सोरेन शुक्रवार को पहली बार गिरिडीह पहुंचे। उनके साथ उनकी पत्नी सह गांडेय विधायक कल्पना सोरेन भी थीं।

मधुबन पहुंचने के बाद सबसे पहले मुख्यमंत्री ने पत्नी समेत पारसनाथ पहाड़ स्थित मरांग बुरू दिशोम मांझी थान में जाकर पूजा अर्चना करते हुए मत्था टेका। इस दौरान मुख्यमंत्री का ढोल-नगाड़े बजाकर और गुलदस्ता देखकर जोरदार स्वागत किया गया। वहीं झामुमो कार्यकर्ताओं में भी जबरदस्त उत्साह देखा गया।

पूजा के बाद अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक

मुख्यमंत्री ने पूजा अर्चना के बाद संक्रांति मेला मैदान में आयोजित संताल समाज की सभा में हिस्सा लिया और फिर मधुबन स्थित परिसदन में जिले के आला अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर स्थिति का जायजा लिया। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पूरे राज्य में कम बारिश की वजह से उत्पन्न स्थिति चिंता का विषय बनी हुई है और सरकार इस पर नजर रख रही है।

उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में जिस तरह की परिस्थितियां उत्पन्न होती हैं, उसे आधार पर सरकार किसानों को राहत देने के लिए निर्णय लेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गिरिडीह बड़ा जिला है और वर्तमान में सरकार की सबसे पहली प्राथमिकता जिले के किसान हैं। अभी बरसात का मौसम है और धनरोपनी का समय चल रहा है। इसलिए बैठक के दौरान इस मुद्दे पर अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है।

'चुनाव संवैधानिक प्रक्रिया, शिगूफा छोड़ने वाले छोड़ते रहें'

बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ नई दिल्ली में मुलाकात और गठबंधन में दरार जैसी चर्चाओं पर मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव एक संवैधानिक प्रक्रिया है और इसी के तहत झामुमो भी उसमें हिस्सा लेगा। उन्होंने कहा कि शिगूफे छोड़ने वाले छोड़ते रहें हमें इससे कोई लेना देना नहीं।

इधर, राज्य में भाजपा नेताओं के तूफानी दौरे और चुनावी तैयारियों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि कौन आ रहे और जा रहे। यह उन लोगों का अपना राजनीतिक कार्यक्रम है। अपनी सरकार के विषय में बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह विकास योजनाओं को गति देने में लगे हैं और चुनाव के समय उन्हीं बिंदुओं के साथ पार्टी जनता के बीच जाएगी।

फिर पुराने उत्साह में दिखे झामुमो कार्यकर्ता

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अपने बीच देखा जाना कार्यकर्ताओं का फिर छह महीने पुराना उत्साह नजर आया। मधुबन का शांति इलाका ढोल नगाड़ों की गूंज से पूरे दिन गूंजता रहा। मुख्यमंत्री के रवाना होने तक लोग हेमंत सोरेन के नाम का नारा लगाते रहे। कार्यक्रम में अधिकतम उपस्थिति संताल समाज के लोगों की रही। पूरे अपनात्व के भाव से हेमंत उन लोगों से मिले और उनका उत्साह बढ़ाया।

हेमंत की मौजूदगी से पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ पदाधिकारियों और विधायकों केवी चेहरे पर खुशी नजर आई। कार्यक्रम के दौरान गिरीडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो, राज्यसभा सदस्य सरफराज अहमद समेत अन्य मौजूद रहे।

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