Jharkhand Board: शिक्षा विभाग के फैसले ने बच्चों की बढ़ाई टेंशन! अब एडमिशन के लिए भटक रहे इधर-उधर
Intermediate Admission 2024 इंटर में नामांकन लेने वाले छात्र-छात्राओं की इस बार परेशानी बढ़ने वाली है। कॉलेजों में नामांकन लेना उनके लिए मुश्किल भरा काम होगा। इसका कारण है इंटर में नामांकन के लिए सीटों की संख्या घटा कर निर्धारित कर देना। किसी भी कॉलेज में निर्धारित सीट से अधिक नामांकन नहीं लिया जाएगा। पूरे राज्य के कॉलेजों में यह व्यवस्था लागू होने जा रही है।
ज्ञान ज्योति, गिरिडीह। Intermediate Admission 2024 मैट्रिक परीक्षा पास कर इंटर में नामांकन लेने की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राओं की परेशानी इस बार बढ़ने वाली है। कॉलेजों में नामांकन लेना उनके लिए मुश्किल भरा काम होगा। इसका कारण है इंटर में नामांकन के लिए सीटों की संख्या घटा कर निर्धारित कर देना। किसी भी कॉलेज में निर्धारित सीट से अधिक नामांकन नहीं लिया जाएगा।
न केवल गिरिडीह, बल्कि पूरे राज्य के कॉलेजों में यह व्यवस्था लागू होने जा रही है। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के निर्देश और विभागीय बैठक में लिए गए निर्णय के आलोक में सीटों की संख्या का निर्धारण किया गया है। झारखंड अधिविद्य परिषद के सचिव ने राज्य के सभी स्थापना अनुमति व स्थायी प्रस्वीकृति प्राप्त इंटर कॉलेजों, सभी डिग्री संबद्ध कॉलेजों और सभी अंगीभूत कॉलेजों के प्राचार्य को पत्र जारी कर इस आशय की जानकारी दी है।
कॉलेजों से इंटरमीडिएट शिक्षा को अलग करने की तैयारी
जारी पत्र में कहा गया है कि अंगीभूत तथा डिग्री संबद्ध कॉलेजों में सत्रवार नामांकन प्रक्रिया को चरणबद्ध तरीके से कम करना होगा अर्थात नामांकन के लिए उपलब्ध सीटों की संख्या में कटौती करते हुए अगले दो-तीन सत्रों के बाद इंटरमीडिएट शिक्षा को पूरी तरह पृथक करना आवश्यक होगा।नामांकन को कॉलेजों में निर्धारित सीटों की संख्या
शिक्षा सत्र 2024-26 सहित आगामी सत्रों के लिए स्थापना अनुमति प्राप्त इंटर कॉलेजों में प्रत्येक संकाय के लिए 126, स्थायी प्रस्वीकृति प्राप्त इंटर कॉलेजों में प्रत्येक संकाय के लिए 384, डिग्री संबद्ध कॉलेजों में प्रत्येक संकाय के लिए 256 और अंगीभूत कॉलेजों में प्रत्येक संकाय के लिए 384 सीट निर्धारित किए गए हैं।
साथ ही कहा गया है कि निर्धारित सीटों से अधिक नामांकन लेने पर उन छात्र-छात्राओं का पंजीयन नहीं कराया जाएगा। इसके लिए महाविद्यालय प्रधान जिम्मेवार होंगे।
कॉलेजों में नहीं ले पाएंगे नामांकन
इस व्यवस्था से इंटर में नामांकन लेने में छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी होगी। छात्र नेताओं का कहना है कि जिस शहर या प्रखंड में मैट्रिक पास करने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या अधिक और कॉलेजों की संख्या कम है, तो वहां के काफी छात्र-छात्रा कालेज में नामांकन कराने से वंचित रह जाएंगे। उन्हें प्लस टू स्कूलों में नामांकन लेना होगा या फिर दूसरे शहर की ओर रूख करना पड़ेगा। इससे खासकर गरीब विद्यार्थियों को अधिक परेशानी होगी।
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