Jharkhand: CM हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र में अज्ञात बीमारी से सात बच्चों की मौत, मेडिकल टीम गठित
Gooda News गोड्डा के सुंदरपहाड़ी प्रखंड की बड़ा सिंदरी पंचायत के जोलो बैरागो सारमी सिदलेर तिलयपाड़ा डांडो आदि गांवों में अज्ञात बीमारी की चपेट में आकर 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे की मौत हो रही है। जोलो और बैरागो गांव में पिछले 14 नवंबर से लेकर 21 नवंबर तक पांच बच्चों की मौत हो गई। डांडो और सारमी में भी एक-एक बच्चे की मौत हुई है।
By Jagran NewsEdited By: Prateek JainUpdated: Tue, 21 Nov 2023 10:50 PM (IST)
जागरण संवाददाता, गोड्डा। जिले के सुंदरपहाड़ी प्रखंड की बड़ा सिंदरी पंचायत के जोलो, बैरागो, सारमी, सिदलेर, तिलयपाड़ा, डांडो आदि गांवों में अज्ञात बीमारी की चपेट में आकर 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे की मौत हो रही है।
जोलो और बैरागो गांव में पिछले 14 नवंबर से लेकर 21 नवंबर तक पांच बच्चों की मौत हो गई है। वहीं डांडो और सारमी में भी एक-एक बच्चे की मौत अज्ञात बीमारी से हो गई है।
विश्व आदिवासी अखिल एभोन संगठन के संजय किस्कू ने मंगलवार की शाम जिला प्रशासन को इसकी जानकारी दी तो देर शाम ही जिला प्रशासन की ओर से आनन-फानन में टीम गठित कर प्रभावित गांवों में कैंप लगाने का निर्देश दिया गया।
मृतक बच्चों का डेटा मुख्यालय भेजने का निर्देश
इस संबंध में प्रभारी सिविल सर्जन की ओर से सुंदरपहाड़ी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को तत्काल प्रभावित गांवों में जाकर सभी बीमार बच्चों की जांच करने का आदेश दिया गया है।
साथ ही जितने बच्चे की अब तक मृत्यु हुई है, उनकी पहचान कर संबंधित परिवारों का डाटा एकत्र कर मुख्यालय भेजने का निर्देश दिया गया है। गोड्डा के सिविल सर्जन डॉक्टर अनंत कुमार झा इन दिनों अवकाश पर हैं। उनकी जगह डीएस की ओर से पत्र निर्गत किया गया है।
आदिवासी संगठन ने दी जानकारी
बता दें कि विश्व आदिवासी अखिल एभोन संगठन के संजय किस्कू ने मंगलवार की शाम पूरे मामले को लेकर उपायुक्त को पत्र लिखा था। इसके बाद उपायुक्त की गोपनीय शाखा की ओर से सिविल सर्जन को दिशा-निर्देश दिया गया। इसके बाद देर शाम टीम गठित की गई।
इधर, मामले को लेकर गोड्डा विधायक अमित मंडल ने सरकार पर हमला बोला है अमित मंडल ने कहा है कि सीएम के विस क्षेत्र सुंदरपहाड़ी में पहाड़िया बच्चों की मौत हो रही है और प्रशासन को इसकी सूचना तक नहीं है। कोई जन संगठन जब इसकी जानकारी देता है तो प्रशासन जागता है।
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ऐसे में राज्य सरकार के लिए यह चिंता का विषय है। बहरहाल प्रशासन की टीम प्रभावित गांवों में अब तक नहीं पहुंची है। मामले को लेकर पहाड़िया समुदाय के बीच भय का माहौल है। संजय किस्कू ने कहा है कि अधिकांश बच्चे 10 वर्ष से कम उम्र के हैं और प्रारंभ में उन्हें बुखार आता है। इसके बाद मौत हो जाती है। अभी भी उक्त गांवों में कई बच्चे आक्रांत है।यह भी पढ़ें - झारखंड में महिला को पंचायत ने सुनाई तालिबानी सजा, डायन-चरित्रहीन बता मारे 20 जूते; थूक चटवाया-100 उठक-बैठक कराईयह भी पढ़ें - Jharkhand BDO Transfer: झारखंड में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 39 BDO का हुआ तबादला; जानिए किसको कहां मिली पोस्टिंगसुंदरपहाडी प्रखंड की एक संस्था की ओर से बड़ा सिंदरी पंचायत के कुछ गांवों में पहाड़िया बच्चों की मौत की सूचना दी गई थी। इसके लिए सिविल सर्जन को जांच कर त्वरित कार्रवाई का दिशा निर्देश दिया गया है। प्रभावित गांवों में मेडिकल टीम गठित कर भेजी जा रही है। - जिशान कमर, डीसी, गोड्डा