Gumla chunav Result: गुमला की सियासी जंग में झामुमो का पलड़ा भारी, बीजेपी ने भी की है पूरी तैयारी
गुमला में 2005 में पहली बार चुनाव कराए गए। इस चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा के भूषन टिर्की ने जीत हासिल की। 2009 के चुनाव में यहां से भाजपा ने कब्जा जमाया। 2019 में भाजपा के शिवशंकर ओरोन यहां से विधायक बने। 2019 के चुनाव में यहां से झामुमो के भूषण टिर्की विजयी रहे। झामुमो ने फिर से भूषण टिर्की को मौका दिया है।
डिजिटल डेस्क,गुमला। झारखंड का जिला होने के साथ ही गुमला महत्वपूर्ण विधानसभा सीट भी है। गुमला विधानसभा सीट (Gumla vidhan sabha chunav Result) में इस बार बीजेपी और झामुमो उम्मीदवार के बीच कांटें की टक्कर देखने को मिलेगी। इस बार गुमला से बीजेपी के सुदर्शन भगत और झामुमो के भूषण तिर्की चुनावी मैदान में थे। 23 नवंबर को चुनाव के नतीजे जारी होंगे।
लोहरदगा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में आने वाली इस सीट पर 2005 में पहली बार चुनाव कराए गए। इस चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा के भूषन टिर्की ने जीत हासिल की। 2009 के चुनाव में यहां से भाजपा ने कब्जा जमाया और बीजेपी प्रत्याशी कमलेश ओरोन को जनता ने विधायक चुना। 2019 में भाजपा के शिवशंकर ओरोन यहां से विधायक बने। 2019 के चुनाव में यहां से झामुमो के भूषण टिर्की विजयी रहे। झामुमो ने फिर से भूषण टिर्की को मौका दिया है।
गुमला विधानसभा सीट का इतिहास
18 मई 1983 को रांची से अलग होकर गुमला जिले का गठन किया गया। प्रकृति की सुंदरता में डूबा यह क्षेत्र घने जंगलों, पहाड़ियों और नदियों से घिरा होने के कारण पर्यटकों की पसंदीदा जगहों में शुमार है। यहां हर मंगलवार विशाल पशु मेले का आयोजन होता है। इस इलाके में बॉक्साइट और लेटेराइट एल्युमिनियम अयस्क निकालने के लिए बड़ी संख्या में खनन कारखाने स्थापित हैं।आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।