Jharkhand: चौकीदार की हत्या मामले में शामिल पूर्व माओवादी सदस्य गिरफ्तार, शहर से था बाहर आते ही दबोचा गया
गुमला जिले के चैनपुर पुलिस ने चौकीदार हत्याकांड में शामिल रहे पूर्व माओवादी सदस्य को पकड़ा है। गिरफ्तार युवक सोमरा उरांव साल 2007 में चौकीदार जोसेफिन कुजूर की हत्या की थी। उसके खिलाफ पहले भी उरांव के खिलाफ चैनपुर और डुमरी थाने में विस्फोटक पदार्थ रखने आर्म्स एक्ट सीएलए एक्ट जैसे सात मामले दर्ज हैं। गांव वाले की सूचना पर पुलिस ने छापेमारी की और उसे पकड़ लिया।
By Jagran NewsEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Sat, 16 Sep 2023 04:07 PM (IST)
जागरण संवाददाता, गुमला। चैनपुर पुलिस ने चौकीदार हत्याकांड में शामिल रहे पूर्व माओवादी सदस्य सोमरा उरांव को तिगांवल मोड़ से गिरफ्तार किया। फिर उससे पूछताछ के बाद जेल भेज दिया। चैनपुर सर्किल इंस्पेक्टर बैजू उरांव ने जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार सोमरा उरांव साल 2007 में चैनपुर थाना के चौकीदार जोसेफिन कुजूर हत्याकांड में शामिल था। माओवादियों द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया था।
चौकीदार की हत्या सूचना देने के कारण की गई थी। साल 2007 से 2008 में माओवादी संगठन में सक्रिय भूमिका निभाते हुए चैनपुर डुमरी एवं कुरुमगढ़ इलाके के माओवादियों द्वारा की गई घटनाओं में संलिप्त रहता था। सोमरा उरांव के खिलाफ चैनपुर एवं डुमरी थाने में विस्फोटक पदार्थ रखने, आर्म्स एक्ट, सीएलए एक्ट जैसे सात मामले दर्ज हैं।यह भी पढ़ें: चतरा: त्योहारी महीने में भी कम मिलेगा अनाज, अक्टूबर के आवंटन ने बढ़ाई चिंता; चावल में 3800 क्विंटल की कटौती
अदालत ने सात स्थायी वारंट भी किया है जारी
इसके खिलाफ न्यायालय के द्वारा सात स्थायी वारंट भी जारी किया जा चुका है। कई घटनाओं में शामिल रहने के बाद पुलिस की लगातार दबिश के कारण वह घटना के बाद से जिलाबदर (जिला से बाहर कर देना) हो गया । उसने पुलिस से बचने के लिए दिल्ली को चुना और वहीं मजदूरी करने लगा।शहर बहुत कम आने लगा। इधर सितंबर महीना में ही वह दिल्ली से अपना गांव रातू जामटोली आया हुआ था। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने पहले सूचना की पड़ताल की। सूचना सही पाए जाने के बाद एक छापामारी दल का गठन कर उसे गिरफ्तार किया गया।
भागने की कर रहा था कोशिश पुलिस की सूझबूझ से धरा गया
तिगावल मोड़ के पास पुलिस ने उसे दबोचा। हालांकि पुलिस को देखकर वह भागने का प्रयास किया था। लेकिन पुलिस की सूझबूझ से वह पकड़ा गया। इस अभियान में छापेमारी दल के रूप में चैनपुर सर्किल इंस्पेक्टर बैजू उरांव, थाना प्रभारी आशुतोष कुमार सिंह, पुआनि मुकेश कुमार, आरक्षित दीपक कुमार एवं आरक्षी प्रवेश कुमार आदि शामिल थे।यह भी पढ़ें: Ranchi: पांच लाख बच्चों को नहीं मिली पाठ्यपुस्तकें, सरकारी स्कूलों में करीब डेढ़ हजार सीटें खाली क्यों?
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