Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Gumla News: रांची गुमला सड़क पर सर्वाधिक वाहन हादसे, जान के दुश्मन खतरनाक डायवर्सन

Jharkhand Road Accident झारखंड के रांची-गुमला सड़क पर वाहनों का काफी दबाव है। इस सड़क पर जगह-जगह डायवर्सन जानलेवा साबित हो रहे हैं। यहां कर्मचारियों की कोई तैनाती नहीं है। इस सड़क पर संभलकर यात्रा करने में ही भलाई है। यहां ध्यान देने की जरूरत है।

By Jagran NewsEdited By: M EkhlaqueUpdated: Thu, 17 Nov 2022 06:48 PM (IST)
Hero Image
Jharkhand News: झारखंड में रांची गुमला मुख्य मार्ग पर सफर करना खतरनाक।

गुमला, जागरण संवाददाता। Road Accident In Gumla Jharkhand गुमला जिले का सबसे व्यस्त सड़क गुमला-रांची मार्ग है। दुर्घटनाएं भी सर्वाधिक इसी सड़क पर होती हैं। इसके पीछे कई कारण हैं। फिलहाल इस सड़क का चौड़ीकरण कराया जा रहा है। इस दौरान ज्यादा सवाधानी बरतने की जरूरत है। निर्माण कंपनियों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है। एनएचएआइ को नियमित मानिटरिंग करने की जरूरत है। लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है। सड़क चौड़ीकरण के लिए जगह जगह डायवर्सन का निर्माण किया गया है। निर्माण स्थल पर सूचनापट तो लगाए गए हैं लेकिन कर्मचारियों की तैनाती नहीं है। जब कभी यहां हादसे होते हैं तो कुछ दिनों के लिए लोग अलर्ट हो जाते हैं। पुलिस या स्थानीय लोग ही हादसे के शिकार लोगों की मदद के लिए आगे आते हैं।

कनवेक्स मिरर अब तक नहीं लगाया गया

मुख्य सड़क पर जहां दो सड़कें जुड़ती हैं, वहां भी ट्रैफिक के नाम पर कुछ भी नहीं है। यहां गलत दिशा से वाहन चलाते देखा जा सकता है। लोग अपनी इच्छानुसार आवागमन करते हैं। इन स्थानों पर यदा कदा साइनेज दिखाई देते हैं। गुमला से पलमा तक सड़क चौड़ीकरण का कार्य लगभग 45 किमी किया जा रहा है, लेकिन जरूरत के हिसाब से कई जगह सूचनापट नहीं लगाए गए हैं। जिला स्तर पर मुख्य सड़क से जुड़ने वाली सड़क को विजिबल बनाने के लिए कनवेक्स मिरर लगाने का निर्णय कागज से बाहर नहीं निकल पाया है। सड़क सुरक्षा और जिला प्रशासन की बैठक में जगह जगह कनवेक्स मिरर लगाने का निर्णय लिया गया था, ताकि आवागमन में किसी को परेशानी न हो। दुर्घटनाओं पर विराम लगे। मोड़ पर कनवेक्स मिरर लगाकर दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकती है। गुमला से रांची मार्ग पर दस किमी. की कम दूरी पर ही जगह जगह पेट्रोल पंप हैं, लेकिन इनके यहां कोई सुविधा नहीं है। चंद पेट्रोल पंप ही ऐसे हैं जहां सुविधाएं मिल पाएंगी।

सड़कों पर सूचनापट लगाने की सख्त जरूरत

सड़क सुरक्षा सेल के विशेषज्ञ प्रभाष कुमार कहते हैं कि डायवर्सन पर साइनेज लगाकर या किसी व्यक्ति की तैनाती कर दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकती है। चौक चौराहों या जहां सड़कें मिलती हैं, वहां पर भी साइनेज लगाए जाने चाहिए। इससे भी दुर्घटनाओं में कमी आ सकती है। सरकार द्वारा तय नियमों का पालन किया जाना चाहिए।