कस्तूरबा हॉस्टल की 3 छात्राओं ने साथी छात्रा का घोंटा गला, बाल-बाल बची जान; वजह जान रह जाएंगे हैरान
झारखंड के गुमला स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय रायडीह की तीन छात्राओं ने कुछ ऐसा कर दिया कि प्रशासन में हड़कंप मच गया। ये छात्राएं कस्तूरबा स्कूल में पढ़ना नहीं चाहती थीं और तीन बार हॉस्टल से भाग भी चुकी थीं लेकिन उनके माता-पिता ने उन्हें फिर हॉस्टल भेज दिया। इसके बाद इन्होंने हॉस्टल की ही छात्रा की गला दबाकर हत्या करने की कोशिश का खौफनाक कदम उठा लिया।
जागरण संवाददाता, रायडीह (गुमला)। झारखंड के गुमला जिले में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय रायडीह में शनिवार को सातवीं कक्षा की छात्रा संतोषी कुमारी को विद्यालय की ही तीन छात्राओं ने दुपट्टा से गला घोंटकर मारने का प्रयास किया। तीनों छात्राएं भी सातवीं में ही पढ़ती हैं।
घटना के कारणों की बात करें तो, शुक्रवार की शाम इन्हीं तीनों छात्राओं ने नौवीं कक्षा की एक छात्रा का बेड, कपड़े, और पुस्तकों में आग लगा दी थी, जिसे संतोषी ने देख लिया था।
साक्ष्य छुपाने की नीयत से तीनों छात्राओं ने शनिवार को संतोषी को अपने कमरे में बुलाया और उसके गले में दुपट्टा लपेटकर उसे मारने का प्रयास किया। जब उसकी स्थिति मरनासन्न हो गई, उसे तड़पता छोड़कर तीनों भाग खड़ी हुई।
गार्ड की वजह से बची जान
संयोग से दर्द से कराहती संतोषी पर महिला गार्ड पवंती केरकेट्टा की नजर पड़ी और उसे आनन-फानन में गुमला सदर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
वजह जान रह जाएंगे हैरान
संतोषी को जान से मारने के प्रयास में शामिल छात्राओं के अनुसार, वे कस्तूरबा विद्यालय में पढ़ना नहीं चाहती हैं। इनमें से दो छात्राएं स्कूल की चारदीवारी फांदकर एक बार घर भाग चुकी है। बाद में उनके माता पिता ने उन्हें जबरन स्कूल पहुंचा दिया था।छात्राओं के अनुसार, उनकी सोच थी कि इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने के बाद स्कूल बंद हो जाएगा और छात्राएं पढ़ाई से मुक्त हो जाएंगी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।