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Mohan Bhagwat in Jharkhand: झारखंड के गुमला पहुंचे मोहन भागवत, आदिवासियों के दर्द को किया साझा

Jharkhand News झारखंड पहुंचे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉक्टर मोहन भागवत ने आदिवासियों की समस्या उठाई। शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में यह साफ़ दिखता है। इसलिए उनके लिए ओर काम करने की जरूरत है। शहरों में रहने वाले प्रभावशाली लोगों को इसमें सहयोग करना चाहिए। भागवत ने कहा कि आदिवासी समाज के लिए हम जो काम करते हैं वह उन पर उपकार नहीं करते हैं।

By sanjay kumarEdited By: Sanjeev Kumar Updated: Thu, 18 Jul 2024 11:46 PM (IST)
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झारखंड के गुमला में मोहन भागवत (जागरण)
 जागरण संवाददाता, गुमला। Mohan Bhagwat in Jharkhand: झारखंड पहुंचे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉक्टर मोहन भागवत ने कहा कि विकास में जनजाति समाज आज भी पीछे हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में यह साफ़ दिखता है। इसलिए उनके लिए ओर काम करने की जरूरत है। शहरों में रहने वाले प्रभावशाली लोगों को इसमें सहयोग करना चाहिए।

मोहन भागवत ने आदिवासियों के दर्द को किया साझा

उन्होंने यह बातें विकास भारती की ओर से गुमला जिले के बिशुनपुर में गुरुवार को आयोजित ग्राम विकास सम्मेलन में संस्था से जुड़े लोगों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने आदिवासी समाज के विकास की चर्चा करते हुए कहा कि जनजाति बथु विकास में पीछे तो जरूर हैं, परंतु शांतिप्रिय और प्रामाणिक हैं। इन पर आंख मूंद कर विश्वास कर सकते हैं। 

आदिवासियों के लिए जो हम काम करते हैं, वह उपकार नहीं करते

सरसंघचालक ने कहा कि आदिवासी समाज के लिए हम जो काम करते हैं वह उन पर उपकार नहीं करते हैं। दूसरे के लिए सेवा कार्य करते हैं तो अपना भी विकास करते हैं। विकास भारती के सचिव अशोक भगत जी बेहतर कार्य कर रहे हैं। भारत के तरीके से विकास कर रहें। परंतु उनको और काम करने की जरूरत है। मुझसे जो सहयोग चाहिए बेझिझक कह सकते हैं।

मोह और आकर्षण से हटकर काम करना है

उन्होंने कहा कि मोह व आकर्षण में नहीं पड़ते हुए काम करना है। समाज में जो भी अच्छा हो रहा है वह खराब होने से 40 गुना अच्छा है। समाज स्वस्थ रहेगा तो देश भी आगे बढ़ेगा। इस अवसर पर विकास भारती के सचिव पद्मश्री अशोक भगत ने विकास भारती की 40 वर्षों की यात्रा और संघ प्रमुख का संस्था के बारे में लगातार चिंता करते रहने से अवगत कराया।

इस मौके पर क्षेत्र संघचालक देवव्रत पाहन, विकास भारती के अध्यक्ष डाक्टर अजय सिंह, महेंद्र भगत, रंजना चौधरी, ललन शर्मा, क्षेत्र प्रचारक, प्रांत प्रचारक, प्रांत संघचालक, प्रांत कार्यवाह, सह कार्यवाह , क्षेत्र सामाजिक सदभाव प्रमुख सहित आरएसएस के कई पदाधिकारी व प्रमुख लोग उपस्थित थे। उन्होंने विकास भारती परिसर में कल्पतरु का पेड़ लगाकर पौधारोपण अभियान की शुरुआत की। साथ ही संस्था के कार्यकर्ताओं से बातचीत की।

विकास का कोई अंत नहीं 

संघ प्रमुख ने कहा कि विकास का कोई अंत नहीं है। हम जो करते हैं वो निरंतर करते रहना है और कुछ काम अभी बाकी है यह भाव बना रहना चाहिए। कार्य करते हुए आगे बढ़ते समय अपना मूल स्वभाव बदलना नहीं चाहिए। लोगों की पढ़ाई, स्वास्थ्य और पर्यावरण की चिंता करते रहना चाहिए। अच्छी दुनिया बनाने के लिए मनुष्य को अच्छा बनाने का काम हमलोग मिलकर कर रहे हैं।

भारत के सभी लोग एक हैं

मोहन भागवत ने कहा कि यहां 33 करोड़ देवी-देवता हैं। 3800 भाषा और बोली है। खान पान रीति रिवाज अलग है, स्वभाव अलग है। इसके बाद भी भारत के लोग एक हैं। यह विदेश में देखने को नहीं मिलता है। आज स्थिति ऐसी है कि दुनिया का प्रभाव भारत को चाहिए जरूर पऱंतु भारत का स्वभाव भी दुनिया को चाहिए। कोरोना के समय विश्व ने भारत की ताकत को देख लिया है।

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