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अंजनी के लाल वीर हनुमान का यहीं हुआ था जन्‍म, मां की गोद में बैठे भक्‍तों को देते हैं दर्शन

गुमला के आंजन धाम में माता अंजनी की गोद में बैठे बाल हनुमान की पूजा होती है। यह देश का ऐसा इकलौता मंदिर में जहां माता अंजनी की गोद में बाल हनुमान बैठे हुए हैं। मंदिर में रामनवमी का मेला भी लगता है।

By Nirmal KumarEdited By: Arijita SenUpdated: Thu, 30 Mar 2023 02:11 PM (IST)
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गुमला के आंजन धाम में माता अंजनी संग बाल हनुमान
निर्मल सिंह, गुमला। गुमला के आंजन धाम में माता अंजनी संग बाल हनुमान की पूजा होती है। वीर हनुमान की माता अंजनी के नाम से ही गांव का नाम आंजन पड़ा और श्री राम भक्त हनुमान की जन्म भूमि के रूप में आंजन गांव अब आंजन धाम के रूप में मशहूर है। गुमला जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर है आंजन गांव। आंजन गांव से तीन किलोमीटर दूर हरे भरे जंगल के बीच पहाड़ों की ऊंचाई में है माता अंजनी की गुफा। जहां माता अंजनी ने हनुमान को जन्म दिया था।

मंदिर के आसपास का नजारा बेहद खूबसूरत

समय के साथ अब बदलाव आया है। यहां तक पहुंचने के लिए सुंदर सड़क बन गई है। खुले आसमान के नीचे और हरियाली के बीच पहाड़ की ऊंचाई पर आंजन धाम मंदिर का विहंगम दृश्य मन को मोहित कर रहा है। आंजन धाम में रामनवमी मेला का इतिहास काफी पुराना है लेकिन अब बदलते परिवेश में मेला के भी स्वरूप में बदलाव आया है।

दूर-दूर से होता है भक्‍तों का जुटान

वर्ष प्रतिपदा के दिन से ही आंजन में धार्मिक अनुष्ठान और भंडारा चल रहा है। गुमला से टोटो होते हुए आंजन तक लहराते महावीरी झंडा से वातावरण राममय हो गया है। रामवनमी के अवसर पर गुरुवार को आंजन धाम में माता अंजनी और बाल हनुमान के दर्शन पूजन के लिए भक्तों का जुटान होगा।

बाल रूप में मां की गोद में वीर हनुमान

यह देश का पहला ऐसा मंदिर है, जहां माता अंजनी की गोद में बाल हनुमान बैठे हुए हैं। चूंकि हनुमान जी का यहीं जन्‍म हुआ है इसलिए यहां के लोग खुद को उनका वंशज मानते हैं। मंदिर में अंजनी माता व हनुमान के साथ राम, लक्ष्‍मण व सीता, राधा कृष्‍ण की प्रतिमा और शिवलिंग भी स्‍थापित है। अगर आप भी यहां दर्शन के लिए जाना चाहते हैं, तो बता दें कि गांव में ठहरने की कोई उत्‍तम व्‍यवस्‍था नहीं है, लेकिन आप चाहे तो गुमला में ठहरते हुए यहां आकर दर्शन कर सकते हैं। 

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