ब्लास्ट की आवाज सुन बेटे की खोजने में मां जंगल की ओर भागी
संवाद सूत्र गुमला दिन के डेढ़ बज रहे थे तभी गुमला के केरागानी जंगल के सहदेव झरिया के
संवाद सूत्र, गुमला : दिन के डेढ़ बज रहे थे तभी गुमला के केरागानी जंगल के सहदेव झरिया के पास जंगल में आइईडी ब्लास्ट की जोरदार आवाज गांवों तक पहुंची। ब्लास्ट की आवाज सुनकर ग्रामीण घबरा गए वहीं महेंद्र महतो की मां आसमी देवी बेचैन हो उठी। उसका बेटा भैंसा चराने के लिए दिन के 11 बजे ही निकला था। वह बक्सर सहदेव झरिया गांव की ओर ही पशु चराने जाता था। उसकी दूरी घर से लगभग एक-डेढ़ किलोमीटर है। वह बेटे को देखने खेतों की ओर गई तो देखा कि काड़ा-भैंस सब अरहर की खेत को रौंदते हुए भाग रहे हैं लेकिन उसका बेटा नजर नहीं आया। तब वह बेटे को खोजते हुए सहदेव झारिया की ओर गई। वहां देखा तो उसका बेटा जमीन पर बेहोश पड़ा था। वह दौड़ते हुए गांव लौटी और लोगों को जुटाकर फिर घटना स्थल पर पहुंची। वहां से जैसे-तैसे लोगों ने घायल महेंद्र को गांव तक लाया वहां से टेंपू कर गुमला सदर अस्पताल पहुंचाया। घायल की जुबानी घायल महेंद्र महतो ने कहा कि वह लगभग 11 बजे भैंस काड़ा की चरवाही के लिए घर से निकला था। उसके पास दो काड़ा, दो भैंस और भैंस के पांच बच्चा कुल नौ पशु हैं। जिसे चरवाही के लिए सहदेव झरिया गया था। आवाज के बाद क्या हुआ उसे कुछ समझ में नहीं आया। वह बेहोश था। आटो में अस्पताल ले जाने के दौरान उसे होश आया। इस घटना से उसकी पत्नी द्रोपदी देवी, बहन सीमा कुमारी सहित अन्य परिजन भयभीत हैं जबकि गांव में दहशत का माहौल है।